बताए गये 1. साइबर अपराध से बचने के तरीके, दी गई 2. पोक्सो एक्ट के बारे में जानकारी, 3. यातायात नियमों और नाबालिगों द्वारा वाहन न चलाने की समझाइश, और 4. शराब पीकर वाहन न चलाने की दी गई सख्त हिदायत.
रायगढ़.पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा-निर्देशन में आज जिले के सभी थानाक्षेत्रों के थाना प्रभारियों द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत विभिन्न स्कूलों और गांवों में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य लोगों को सुरक्षा, यातायात नियमों और साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना था।
कोतवाली पुलिस की टीम ने ग्राम लाखा में चलित थाना का आयोजन किया। इस अवसर पर निरीक्षक सुखनंदन पटेल ने ग्रामीणों को बाहरी व्यक्तियों को गांव में रुकने की अनुमति न देने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पुलिस को देने की सलाह दी। साथ ही, यातायात नियमों का पालन, साइबर अपराध से बचाव, और महिला एवं बच्चों से संबंधित अपराधों की रोकथाम के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान ग्राम लाखा के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों और बच्चों को पॉक्सो एक्ट, यातायात नियम, डायल 112, और साइबर क्राइम के बारे में जागरूक किया गया।
इसी कड़ी में थाना धरमजयगढ़ प्रभारी निरीक्षक कमला पुसाम द्वारा आदर्श एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय धरमजयगढ़ में जन चौपाल का आयोजन किया गया। इस दौरान बच्चों और शिक्षकों को इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर जानकारी दी गई – 1. साइबर अपराध से बचने के तरीके, 2. पोक्सो एक्ट के बारे में जानकारी, 3. यातायात नियमों और नाबालिगों द्वारा वाहन न चलाने की समझाइश, 4. शराब पीकर वाहन न चलाने की सख्त हिदायत,
निरीक्षक कमला पुसाम ने विद्यार्थियों को जीवन में अनुशासन और लक्ष्य के महत्व को समझाते हुए, उन्हें समाज में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को कलम और चॉकलेट भी वितरित किए गए, जिससे कार्यक्रम में बच्चों की विशेष रुचि देखने को मिली।
इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम जिले में सुरक्षा, अनुशासन, और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से निरंतर आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे समाज में अपराधों की रोकथाम की जा सके और नागरिक पुलिस के सहयोग से सुरक्षित और जागरूक जीवन जी सकें।