साइबर ठगी से सतर्कता की सीख, डीएसपी अनिल विश्वकर्मा ने NRTMT प्लांट कर्मियों को बताए साइबर अपराध और बचाव के उपाए.
रायगढ़. 8 मई 2025 : रायगढ़ पुलिस द्वारा संचालित साइबर जागरूकता अभियान के अंतर्गत थाना पूंजीपथरा क्षेत्र स्थित NRTMT प्लांट में एक विशेष कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में साइबर डीएसपी श्री अनिल विश्वकर्मा ने कर्मचारियों को बताया कि कैसे आज के डिजिटल युग में साइबर ठग लोगों को विभिन्न तकनीकों से धोखा देते हैं और उनसे कैसे सतर्क रहकर बचा जा सकता है। कार्यशाला ने कर्मचारियों को फर्जी कॉल, लिंक, एटीएम क्लोनिंग, सोशल मीडिया ब्लैकमेलिंग और बैंक फ्रॉड जैसी गंभीर साइबर समस्याओं के प्रति सजग किया।

पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल के दिशा-निर्देशन पर रायगढ़ पुलिस की साइबर सेल ने आज थाना पूंजीपथरा क्षेत्र के NRTMT प्लांट में साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। साइबर डीएसपी श्री अनिल विश्वकर्मा और निरीक्षक नासिर खान के नेतृत्व में हुई इस विशेष कार्यशाला में प्लांट के लगभग 100 कर्मचारियों को इंटरनेट और डिजिटल दुनिया में बढ़ते साइबर अपराधों से सतर्क रहने की सीख दी गई।
कार्यक्रम में साइबर डीएसपी श्री अनिल विश्वकर्मा, निरीक्षक नासिर खान और प्रधान आरक्षक दुर्गेश सिंह सहित टीम ने प्लांट कर्मियों को विस्तारपूर्वक बताया कि कैसे धोखेबाज एटीएम कार्ड की क्लोनिंग कर लोगों के खाते से पैसे उड़ा लेते हैं, कैसे गूगल पर नकली कस्टमर केयर नंबर डालकर फोन करने पर फर्जी कॉल सेंटर वाले आपकी बैंकिंग जानकारी हासिल कर लेते हैं, और कैसे ऑनलाइन लिंक भेजकर शेयर ट्रेडिंग, लोन, या नौकरी के झूठे वादों में फंसाकर दस्तावेज हासिल किए जाते हैं, जिनका बाद में आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाता है।

इसके अलावा सोशल मीडिया पर अजनबियों से दोस्ती कर ब्लैकमेलिंग, रूपयों का लालच देकर बैंक खाते खुलवाना और उनका फ्रॉड में उपयोग जैसे तरीकों से भी कर्मचारियों को अवगत कराया गया। साइबर सेल की टीम ने इन खतरों से बचने के लिए स्पष्ट सुझाव दिए—किसी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें, किसी अजनबी को अपनी निजी जानकारी न दें, और किसी भी वित्तीय लेनदेन से पहले दोबारा जांच अवश्य करें।
इस कार्यक्रम में प्लांट प्रबंधन सहित उपनिरीक्षक विजय एक्का, सहायक उपनिरीक्षक जयराम सिदार, आरक्षक धनंजय कश्यप, आरक्षक विक्रम कुजूर और आरक्षक आदिकांत प्रधान की उपस्थिति रही। साइबर सेल ने इस पहल के ज़रिए यह संदेश दिया कि सतर्कता ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है और समय पर जागरूकता ही साइबर अपराध को मात देने का सबसे कारगर उपाय है।