जशपुर की अंजना तिर्की : पति के देहांत के बाद मुश्किल परिस्थितियों में भी हिम्मत नहीं हारी और मुर्गी पालन के माध्यम से न सिर्फ आत्मनिर्भर बनीं बल्कि अपने परिवार की आर्थिक स्थिति भी मजबूत की…पढ़ें सफलता की ये कहानी….
कभी मजदूरी कर अंजना करती थी जीवनयापन, अब आत्मनिर्भर बनकर दे रही लोगों को रोजगार, देखा था स्कूटी का स्वप्न अब बोलेरो और ट्रैक्टर भी है आंगन में, मुर्गी पालन द्वारा प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये…