जशपुर/ स्व ओम प्रकाश साय के स्मृति में बगिया में आयोजित की गई टी-10 क्रिकेट प्रतियोगिता का आज गुरुवार को शानदार समापन हुआ। इस प्रतियोगिता में कुल 32 टीमों ने भाग लिया, जो पूरे क्षेत्र में एक क्रिकेट माहौल बनाने में सफल रही। यह प्रतियोगिता विशेष रूप से स्व ओम प्रकाश साय के योगदान और उनकी याद में आयोजित की गई थी, और इसमें ग्रामीण जनों की उत्साही भागीदारी रही।मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय इस कार्यक्रम में विशेष रूप से शामिल हुईं। उनके आने से आयोजन को और भी गर्वित किया गया, और उन्होंने इस आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डाला।
फायनल मुकाबला में बासेन ने बंदरचुवा को 8 विकेट से हराकर जीता खिताब
बगिया में आयोजित टी-10 क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला बदरचुआ और बासेन के बीच खेला गया, जो कि एक रोमांचक और यादगार मैच साबित हुआ। फाइनल मुकाबले के लिए दोनों टीमों ने अपनी पूरी ताकत झोंकी और शानदार खेल का प्रदर्शन किया।
बंदरचुवा की शानदार शुरुआत
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बदरचुआ की टीम ने अपने निर्धारित 10 ओवरों में शानदार बल्लेबाजी की। टीम ने 88 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया, जो कि किसी भी टीम के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता था। उनकी पारी में कई आकर्षक शॉट्स और शानदार स्ट्रोक्स देखे गए, जिससे मैच को और भी रोमांचक बना दिया।
बासेन का धुआंधार जवाब
लक्ष्य का पीछा करने उतरी बासेन की टीम ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। बासेन के बल्लेबाजों ने हर ओवर में चौके-छक्कों की झड़ी लगा दी और मैदान के चारों ओर गेंदें बिखेर दीं। बासेन के बल्लेबाजों की धुआंधार बैटिंग ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बासेन टीम ने महज 8 ओवर में 2 विकेट खोकर निर्धारित 88 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया और फाइनल का खिताब अपने नाम किया।मुख्य अतिथि श्रीमती कौशल्या साय द्वारा इस रोमांचक प्रतियोगिता में जीतने वाली टीम को 41,000 रुपये का प्रथम पुरस्कार और ट्रॉफी दी गई, जबकि दूसरे स्थान पर रही टीम को 21,000 रुपये और ट्रॉफी प्रदान की गई। इस पुरस्कार वितरण ने प्रतियोगिता के समापन को और भी उत्साहपूर्ण बना दिया।इस कार्यक्रम में बगिया सरपंच राजकुमारी साय, मंडल अध्यक्ष दिनेश प्रसाद, रवि यादव, देवप्रसाद, यमन बेहरा, जमुना यादव, अवतार यादव, नारायण सिदार सहित समिति के सभी सदस्य और बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे। इस आयोजन ने न केवल खेल के महत्व को बढ़ाया, बल्कि स्थानीय समुदाय को एकजुट करने और एक साथ उत्सव मनाने का एक बेहतरीन अवसर भी प्रदान किया।आखिरकार, यह प्रतियोगिता स्व ओम प्रकाश साय की स्मृति को जीवित रखने के लिए आयोजित की गई थी और इसके द्वारा खेल के प्रति लोगों का प्यार और समर्पण भी दिखा। इस आयोजन ने खेल के माध्यम से क्षेत्रीय भाईचारे और सहयोग को बढ़ावा दिया।