देशसेवा कर लौटे बीएसएफ जवान आरक्षक कुलवंत पन्ना की सड़क हादसे में दर्दनाक मृत्यु, अञ्चल में शोक की लहर
कुनकुरी/27 मई 2025 : देश की सरहदों की रक्षा कर रहे एक वीर सपूत की दर्दनाक मौत से जशपुर जिले के कुनकुरी अंचल में शोक की लहर दौड़ गई। बीएसएफ की 35वीं बटालियन जैसलमेर (डाबला, राजस्थान) में आरक्षक पद पर पदस्थ रहे 35 वर्षीय कुलवंत पन्ना का सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। वे कुछ ही दिन पूर्व “ऑपरेशन सिंदूर” से लौटने के बाद छुट्टी पर अपने गृहग्राम बरटोली (गिनाबहार) आए थे।
ससुराल जाते वक्त हुआ हादसा
घटना मंगलवार दोपहर लगभग 2.40 बजे की है। कुलवंत पन्ना अपनी पत्नी से मिलने ससुराल दुलदुला जा रहे थे। घर से निकलने के कुछ देर बाद ही गिनाबहार गौठान के पास पुलिया के समीप उनकी एक्टिवा स्कूटी अनियंत्रित होकर पुलिया के पीलर से टकरा गई। स्थानीय लोगों ने उन्हें घायल अवस्था में पुलिया के नीचे गिरा पाया। उनके सिर और पैर में गंभीर चोटें आई थीं और खून बह रहा था।
भाई ने दी सूचना, अस्पताल में मौत की पुष्टि
घटना की जानकारी उनके छोटे भाई जोनिक पन्ना ने घर में मौजूद मंझले भाई आसीत पन्ना को दी, जो तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। वहां से ग्रामीणों की मदद से घायल कुलवंत को कुनकुरी शासकीय अस्पताल लाया गया, जहां से डॉक्टरों ने गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें होलीक्रास अस्पताल रेफर किया। दुर्भाग्यवश वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
देश की सेवा में समर्पित था वीर कुलवंत
कुलवंत पन्ना देश सेवा में समर्पित जवान थे। राजस्थान के जैसलमेर क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के आरक्षक पद पर कार्यरत रहते हुए वे हाल ही में चलाए गए “ऑपरेशन सिंदूर” में सक्रिय रूप से शामिल रहे थे। मातृभूमि की सेवा में योगदान देने के बाद, वे कुछ समय अपने परिवार के साथ समय बिताने घर लौटे थे। छुट्टी का यह अवसर उनके जीवन का अंतिम समय बन गया।
सहकर्मी भी पहुंचे शोक जताने
घटना की खबर मिलते ही बटालियन में कार्यरत उनके सहकर्मी और मित्र विशाल कुमार (निवासी – कांसांबेल) एवं विक्रांत मिंज (निवासी – ग्राम गोरिया), जो इन दिनों छुट्टी पर घर आए हुए हैं, वे भी तुरंत कुनकुरी अस्पताल अंतिम दर्शन करने पहुंचे। पूरे क्षेत्र में कुलवंत की मौत को लेकर शोक और स्तब्धता का माहौल है।
पुलिस ने मर्ग कायम कर शुरू की जांच
कुनकुरी पुलिस को सूचना मिलते ही मर्ग कायम कर घटना की जांच प्रारंभ कर दी है। स्कूटी की स्थिति, पुलिया में टक्कर के निशान और घटनास्थल की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए दुर्घटनावश मौत की पुष्टि की गई है।
गांव में पसरा मातम, अंतिम संस्कार की तैयारी
बरटोली (गिनाबहार) गांव में वीर सपूत के असमय निधन से परिवार सहित पूरा गांव गमगीन है। ग्रामीणों ने कुलवंत को न केवल एक सैनिक के रूप में देखा, बल्कि एक शालीन, कर्तव्यनिष्ठ और मददगार व्यक्तित्व के रूप में भी याद किया। गांव में उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है और बीएसएफ यूनिट से भी शोक संदेश की प्रतीक्षा की जा रही है।