वरिष्ठ समाजसेवी स्व. रामजीलाल अग्रवाल को अंतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब : हजारों लोगों ने नम आंखों से किया अंतिम दर्शन, हर दिल पर राज करने वाला एक इंसान…रामजीलाल जी अग्रवाल को हजारों लोगों ने दी अंतिम विदाई.

वरिष्ठ समाजसेवी स्व. रामजीलाल अग्रवाल को अंतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब : हजारों लोगों ने नम आंखों से किया अंतिम दर्शन, हर दिल पर राज करने वाला एक इंसान…रामजीलाल जी अग्रवाल को हजारों लोगों ने दी अंतिम विदाई.

सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल के पिता वरिष्ठ समाजसेवी, गौसेवक और अग्रवाल समाज के राष्ट्रीय संरक्षक, स्वर्गीय श्री रामजीलाल जी अग्रवाल आज पंचतत्व में विलीन हो गए। सुबह 10:30 बजे उनके पार्थिव शरीर की अंतिम यात्रा रामजी वाटिका, मौलश्री विहार, वीआईपी रोड स्थित निवास से प्रारंभ हुई। अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े। उनके पार्थिव शरीर को सर्वप्रथम मोहदापारा गौ आश्रम ले जाया गया, जहां गौसेवकों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके उपरांत उन्हें रामसागर पारा स्थित उनके पुराने निवास पर ले जाया गया, जहाँ स्थानीय नागरिकों ने भी नम आंखों से विदाई दी। इसके बाद अंतिम यात्रा मारवाड़ी श्मशान घाट पहुंची, जहाँ विधिपूर्वक उनका अंतिम संस्कार किया गया।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष श्री चरणदास महंत, मंत्री श्री रामविचार नेताम, श्री टंकराम वर्मा, विधायक श्री अनुज शर्मा, श्री मोतीलाल साहू, श्री पुरंदर मिश्रा, श्री इंद्र कुमार साहू, श्री सुनील सोनी, पूर्व राज्यपाल श्री रमेश बैस, भाजपा संगठन महामंत्री श्री पवन साय पूर्व विधायक श्री इंद्र देव राय श्री संतोष बाफना, श्री विकास उपाध्याय, श्री कुलदीप जुनेजा, निगम मंडल आयोग के अध्यक्षगण, राजनीतिक, सामाजिक और व्यावसायिक संगठनों के प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।

लोगों ने श्रद्धापूर्वक श्री रामजीलाल जी अग्रवाल द्वारा किए गए कार्यों और समाज में उनके अतुलनीय योगदान को याद किया। उनका जीवन निस्वार्थ सेवा, करुणा और परोपकार का प्रतीक रहा। जो भी उनके पास गया, वह कभी खाली हाथ नहीं लौटा। उन्होंने बिना किसी भेदभाव के हर जरूरतमंद की मदद की, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म या वर्ग का हो।

उनका मिलनसार और सरल स्वभाव हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता था। वे न केवल एक सच्चे समाजसेवी थे, बल्कि इंसानियत की मिसाल भी थे। आज जब वे हमारे बीच नहीं हैं, तब भी उनका जीवन हमें प्रेरणा देता रहेगा।

Chhattisgarh