श्री जगन्नाथ मंदिर में श्री महाप्रभु के प्रतिमा प्रवेश उत्सव में सम्मिलित हुईं मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय.
संध्या में निकली भव्य कलश-यात्रा, सोमवार की सुबह 8:00 बजे से अष्ट प्रहरी हरि कीर्तन का आयोजन.
जशपुर. 25 मई 2025 : जशपुर जिले के ग्राम दोकड़ा में नव-निर्मित श्री जगन्नाथ मंदिर का प्रतिमा प्रवेश उत्सव श्रद्धा और भक्ति के साथ सम्पन्न हुआ। इस पावन अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय विशेष रूप से उपस्थित रहीं। वैदिक मंत्रोच्चार व आचार्यों की अगुवाई में भगवान श्री जगन्नाथ, बलभद्र और माता सुभद्रा की प्रतिमाओं का विधिपूर्वक मंदिर में प्रवेश हुआ। आयोजन में कलश-यात्रा, हरि कीर्तन, यज्ञ और महाप्रसाद ने धार्मिक चेतना को ऊर्जा दी।
कांसाबेल विकासखंड के ग्राम दोकड़ा में रविवार को एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय नव-निर्मित श्री जगन्नाथ मंदिर में प्रतिमा प्रवेश उत्सव में सम्मिलित हुई। पुरोहितों ने भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु, सुभद्रा और बलराम जी की प्रतिमा का विधिवत पूजा करके मंदिर में प्रवेश कराया। इस अवसर पर श्रीमती कौशल्या साय ने भगवान जगन्नाथ की विधिवत पूजा-अर्चना करते हुए प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। प्रतिमा प्रवेश उत्सव के बाद 25 मई की शाम को कलश-यात्रा प्रारंभ हुई, जो यहां के शिव मंदिर से निकल कर श्री जगन्नाथ मंदिर प्रांगण तक पहुंची।

द्वितीय दिवस की पूजा में कौशल्या साय ने विशेष रूप से भाग लिया। गौरतलब है कि दोकड़ा में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 1942 से निकाली जा रही है। रथ यात्रा का शुभारंभ दोकड़ा गांव के पंडित स्वर्गीय सुदर्शन सतपथी और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सुशीला सतपथी के द्वारा किया गया था। मंदिर का निर्माण 1968 में किया गया था। मंदिर के जर्जर होने के कारण मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उनकी धर्मपत्नी कौशल्या साय द्वारा विगत वर्ष में संकल्प लिया गया था, कि मंदिर का जीर्णोद्धार करने भगवान जगन्नाथ मंदिर का नव निर्मित भवन बनाएंगे और मुख्यमंत्री का संकल्प पूरा हुआ। इस के संस्थापक स्वर्गीय सुदर्शन सतपथी एवं उनकी धर्मपत्नी स्वर्गीय सुशीला सतपथी थे। इस श्री जगन्नाथ मंदिर का निर्माण 2019 में भूमि-पूजन हुआ था, प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय ने इस मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था।रविवार को भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी, सुभद्रा मां, बलभद्र स्वामी जी मंदिर प्रवेश किए, इस अवसर पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय सम्मिलित हुईं।
कल सोमवार से 24 घंटे हरि कीर्तन नाम यज्ञ शुरू होगा, 24 मई को यज्ञ हवन तो 25 मई को श्री जगन्नाथ, बलभद्र, सुभद्रा का मंदिर प्रवेश, संध्या कलश-यात्रा और 27 मई को पूर्णाहुति व दधीभंजन, नगर भ्रमण, ओडिशा भजन की प्रस्तुति और महाप्रसाद वितरण किया जाएगा। इस आयोजन के माध्यम से दोकड़ा में धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना को नई ऊर्जा मिली है, जिससे क्षेत्र की परंपराएं और आस्था और भी सशक्त हुई हैं। भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु की प्रतिमा के मंदिर प्रवेश को वैदिक रीति रिवाज़ से सम्पन्न कराने के लिए ओडिसा के जगन्नाथ पुरी से आचार्यों का समूह दोकड़ा आमंत्रित किया गया है। इस समूह में पंडित पदम्नाभो महापात्र, पंडित वासुदेव महापात्र, पंडित प्रशंत कुमार दास, पंडित जगन्नाथ मिश्र, शोभनाथ मिश्र, पंडित बादल कुमार मिश्र सम्मिलित हैं। इस आयोजन समिति के स्वयं सेवक इन दिनों प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी को अंतिम रूप देने में जूटे हुए हैं।