सायबर अपराध के खिलाफ जशपुर पुलिस का अनूठा अभियान #ClickSafe : जशपुर पुलिस ने यूनिसेफ के साथ मिलकर तैयार किये सैंकड़ों सायबर योद्धा

सायबर अपराध के खिलाफ जशपुर पुलिस का अनूठा अभियान #ClickSafe : जशपुर पुलिस ने यूनिसेफ के साथ मिलकर तैयार किये सैंकड़ों सायबर योद्धा

जशपुर, 17 अप्रैल 2025 : डिजिटल युग में जहां तकनीक ने जीवन को आसान बनाया है, वहीं साइबर अपराधों का बढ़ता जाल लोगों की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बनता जा रहा है। इसी चुनौती से निपटने के लिए जशपुर पुलिस ने यूनिसेफ के सहयोग से एक अभिनव पहल की है – #ClickSafe अभियान, जिसके अंतर्गत सैकड़ों युवाओं और पुलिस अधिकारियों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक और प्रशिक्षित किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में चल रहे इस अभियान का उद्देश्य है – गांव-गांव तक साइबर जागरूकता पहुँचाना, ताकि आमजन डिजिटल फ्रॉड का शिकार न बनें और सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार को अपनाएं। यह अभियान न केवल पुलिस और समाज के बीच की दूरी को कम करता है, बल्कि हर नागरिक को ‘डिजिटल प्रहरी’ बनने की दिशा में प्रेरित करता है।

जिले में साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने और डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के उद्देश्य से #ClickSafe अभियान की शुरुआत 3 दिसंबर 2024 को जिले के कलेक्टर श्री रोहित व्यास एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह द्वारा की गई थी। इसके साथ ही 3 से 5 दिसंबर 2024 तक प्रथम चरण का प्रशिक्षण आयोजित किया गया, जिसमें 130 स्वयंसेवकों और 70 पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों ने भाग लिया था।

द्वितीय चरण में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ जिले के कलेक्टर श्री रोहित व्यास व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह द्वारा की गई जो 14 अप्रैल से 16 अप्रैल 2025 तक आयोजित प्रशिक्षण के प्रथम दिवस में जिले से 98 स्वयंसेवक सम्मिलित रहे, जिन्हें YLAC की संस्था से उपस्थित मास्टर ट्रेनर शुभ्रा व इशिता द्वारा प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण के द्वितीय और तृतीय चरण विशेष रूप से पुलिस अधि./कर्मचारियों के लिए आयोजित की गई जिले से कुल 43 पुलिस अधि./कर्मचारी शामिल रहे।

प्रशिक्षण में उपस्थित प्रतिभागियों को आधुनिक साइबर अपराधों की प्रकृति, उनसे निपटने के उपाय, डिजिटल सुरक्षा तकनीकें, और साइबर पीड़ितों से संवाद की संवेदनशीलता जैसे विषयों पर व्यावहारिक जानकारी दी गई। यह प्रशिक्षण उन्हें भविष्य में साइबर अपराधों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने के लिए सक्षम बनाएगा। प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस में यूनिसेफ राज्य बाल संरक्षण विशेषज्ञ सुश्री चेतना देसाई जी भी मार्गदर्शिका के रूप में सम्मिलित रहे।

समापन समारोह में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि जिले की 40 पंचायतों में “साइबर योद्धा” तैयार किए गए हैं, जो सरपंचों, सचिवों एवं अन्य पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मिलकर समुदाय स्तर पर साइबर सुरक्षा जागरूकता का प्रसार करेंगे।

इस अवसर पर जिले के यूनिसेफ के जिला समन्वयक तेजराम सारथी, साइबर सेल से स.उ.नि. हरिषंकर राम, यूनिसेफ ब्लाॅक समन्वयक सुश्री शालिनी गुप्ता, जय हो कार्यक्रम के जिला लीडर गुरुदेव प्रसाद सहित पुलिसकर्मी व स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए तथा मास्टर ट्रेनरों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम जिले में साइबर सुरक्षा की दिशा में एक सशक्त पहल साबित हुआ, जिसने पुलिस और समुदाय को एकजुट होकर डिजिटल खतरों से निपटने की प्रेरणा दी।

Crime Jashpur