कुनकुरी में धर्मांतरण विवाद ने पकड़ा तूल : ईसाई महासभा ने किया प्रदर्शन, निष्पक्ष जांच की मांग…देखें..विडिओ..!

कुनकुरी में धर्मांतरण विवाद ने पकड़ा तूल : ईसाई महासभा ने किया प्रदर्शन, निष्पक्ष जांच की मांग…देखें..विडिओ..!

कुनकुरी, 14 अप्रैल 2025 – छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कुनकुरी स्थित हॉलीक्रॉस नर्सिंग कॉलेज में धर्मांतरण को लेकर उपजा विवाद लगातार गहराता जा रहा है। एक ओर जहां एक छात्रा ने कॉलेज की प्राचार्य सिस्टर विंसी जोसेफ पर जबरन धर्मांतरण के लिए दबाव डालने, मानसिक प्रताड़ना और परीक्षा से वंचित करने का आरोप लगाया है, वहीं दूसरी ओर ईसाई आदिवासी महासभा ने छात्रा के इन आरोपों को “झूठा और सुनियोजित षड्यंत्र” बताते हुए विरोध रैली निकालकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है।

ईसाई आदिवासी महासभा की रैली, प्राचार्य के समर्थन में मोर्चा

ईसाई आदिवासी महासभा ने सोमवार को कुनकुरी नगर के डुगडुगिया क्षेत्र से जय स्तंभ चौक तक विरोध रैली निकाली, जो जय स्तम्भ चौक पहुचने के बाद सभा में तब्दील हो गई। सभा को महासभा के वरिष्ठ वक्ताओं – अभिनंद खलखो, सी.डी. बाखला, सिस्टर आम्नेस बेक और श्याम सुंदर मरावी ने संबोधित किया। इसके उपरांत कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के नाम एक ज्ञापन कुनकुरी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को सौंपा गया।

महासभा ने ज्ञापन में स्पष्ट किया कि छात्रा के आरोप पूरी तरह निराधार और मनगढ़ंत हैं, जिनका उद्देश्य प्राचार्य और संस्थान को बदनाम करना है। महासभा का दावा है कि छात्रा ने नर्सिंग की पढ़ाई और इंटर्नशिप की आवश्यक उपस्थिति पूरी नहीं की थी, और जब उसे संस्थान से निष्कासित किया गया, तब उसने प्रतिशोध की भावना से झूठे आरोप लगाए।

सुनियोजित षड्यंत्रऔर सांप्रदायिक विद्वेषकी आशंका

ईसाई महासभा ने इस पूरे घटनाक्रम को एक सुनियोजित साजिश करार देते हुए कहा कि यह न केवल एक शैक्षणिक संस्थान पर हमला है, बल्कि ईसाई समुदाय को बदनाम करने की कोशिश भी है। महासभा ने प्रशासन से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एक स्वतंत्र जांच समिति का गठन किया जाए, जो यह निर्धारित करे कि धर्मांतरण संबंधी आरोपों में कोई सच्चाई है भी या नहीं।

इसके साथ ही महासभा ने उन लोगों पर FIR दर्ज करने की मांग की, जिन्होंने छात्रा को झूठे आरोप लगाने के लिए उकसाया और प्राचार्य को बदनाम करने की साजिश रची। महासभा ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन द्वारा शीघ्र उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे राज्यव्यापी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

छात्रा के आरोप और पुलिस कार्रवाई

उधर छात्रा ने पहले ही कुनकुरी थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि कॉलेज की प्राचार्य उस पर नन बनने और ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बना रही थीं। जब उसने इन प्रस्तावों को अस्वीकार किया तो उसे मानसिक प्रताड़ना दी गई और इंटर्नशिप व परीक्षा से रोका गया। छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने IPC की धारा 299, 351(2) और छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम, 1968 की धारा 3 और 4 के तहत FIR दर्ज कर ली है।

दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप से गरमाया कुनकुरी

अब इस विवाद ने कुनकुरी सहित पूरे जिले का माहौल गर्मा दिया है। जहां एक ओर हिंदू संगठनों ने प्राचार्य की गिरफ्तारी की मांग करते हुए विरोध रैली निकाली है, वहीं अब ईसाई समुदाय खुलकर प्राचार्य के पक्ष में सामने आ गया है। यह मामला अब केवल एक छात्रा और कॉलेज प्रशासन के बीच का नहीं रह गया, बल्कि धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक विमर्श का केंद्र बन गया है।

Jashpur