नर्सिंग कॉलेज बना मतांतरण का अड्डा? हिंदू छात्रा से जबरन धर्म बदलवाने की कोशिश, संतों और जनता का सड़कों पर फूटा गुस्सा! विहिप-बजरंग दल ने दिया अल्टीमेटम..!

नर्सिंग कॉलेज बना मतांतरण का अड्डा? हिंदू छात्रा से जबरन धर्म बदलवाने की कोशिश, संतों और जनता का सड़कों पर फूटा गुस्सा! विहिप-बजरंग दल ने दिया अल्टीमेटम..!

कुनकुरी (जशपुर), 10 अप्रैल 2025 | जशपुर जिले का शांत कुनकुरी नगर गुरुवार को धर्म और आस्था के बड़े सामाजिक आंदोलन का गवाह बना। हॉली क्रॉस नर्सिंग कॉलेज की एक हिंदू छात्रा पर धर्मांतरण का दबाव डालने का मामला जैसे ही सामने आया, वैसे ही पूरे हिंदू समाज में आक्रोश की लहर दौड़ गई। इस घटना को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने कुनकुरी में हिंदू आक्रोश रैली” निकालकर ना सिर्फ दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की, बल्कि पूरे जिले और प्रदेश में प्रशासनिक व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।

रैली में उमड़ा जनसैलाब, सलियाटोली से जय स्तंभ तक गूंजे नारों के स्वर

रैली की शुरुआत कुनकुरी के सलियाटोली क्षेत्र से दोपहर 12 बजे हुई, जिसमें जिलेभर से हजारों हिंदू धर्मावलंबी महिला-पुरुष, छात्र-छात्राएं, संत-विद्वान और सामाजिक संगठन शामिल हुए। रैली नर्सिंग कॉलेज तहसील कार्यालय पुलिस थाना जय स्तंभ चौक होते हुए बाज़ारडांड़ स्थित दिलीप सिंह जूदेव की प्रतिमा तक पहुंची। यहां सभा और धरने का आयोजन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

 “सेवा की आड़ में षड्यंत्र”, बोले संत आचार्य राकेश

सभा को संबोधित करते हुए संत आचार्य राकेश ने तीखे स्वर में कहा: “शिक्षा और सेवा के नाम पर धर्मांतरण का जो खेल यहां खेला जा रहा है, वह अब ज्यादा दिन नहीं चलेगा। नर्सिंग कॉलेज में घटी घटना ने पूरे षड्यंत्र की पोल खोल दी है। हम चेतावनी देते हैं कि यदि दोषियों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो यह आंदोलन प्रदेशव्यापी बनेगा।”

बजरंग दल का ऐलान गिरफ्तारी और मान्यता रद्द नहीं हुई तो होगा उग्र आंदोलन

बजरंग दल जिला संयोजक विजय आदित्य सिंह जूदेव ने मंच से घोषणा की कि –“यह सिर्फ एक छात्रा की बात नहीं है, यह पूरे हिंदू समाज की अस्मिता का प्रश्न है। प्रशासन को पहले ही ज्ञापन सौंपा जा चुका है, लेकिन अभी तक न कॉलेज की प्राचार्य विंसी जोसेफ को गिरफ्तार किया गया और न ही संस्था की मान्यता पर कोई निर्णय हुआ। यदि अब भी सरकार ने चुप्पी साधे रखी, तो हम उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।”

राजनीतिक हलकों में बढ़ी बेचैनी, भाजपा समर्थक संगठनों की लामबंदी तेज

कुनकुरी की यह घटना अब महज़ एक स्थानीय मुद्दा नहीं रही। इसे लेकर भाजपा से जुड़े हिंदू संगठनों की लामबंदी ने इसे राजनीतिक तूल दे दिया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहले ही धर्मांतरण के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति की घोषणा कर चुके हैं। ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस मामले को किस गति से हैंडल करता है।

प्रशासनिक चुप्पी पर उठे सवाल, जांच कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार

हालांकि जशपुर जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर जांच कमेटी का गठन कर लिया है, लेकिन अब तक ना रिपोर्ट सार्वजनिक की गई और ना ही आरोपियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की गई है। इससे आम जनता और हिंदू संगठनों में गंभीर असंतोष है।

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