थाना गांधीनगर पुलिस टीम द्वारा मामले मे आरोपियों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत की गई कार्यवाही
अम्बिकापुर/ सरगुजा पुलिस द्वारा प्रतिबंधित मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले संदेहियो/आरोपियों पर लगातार सख़्ती से कार्यवाही कर आरोपियों की धरपकड़ की जा रही हैं, इसी क्रम में दिनांक 13/12/24 को थाना गांधीनगर पुलिस टीम को मुखबीर द्वारा सूचना मिला कि भूषण बेक पिता सुशील बेक उम्र 30 वर्ष नामक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस पेट्रोलिंग वाहन को देखकर भागने लगा व पुलिस टीम द्वारा पकड़े जाने पर हाथ में रखे झोले में भरे सामान के विषय में पूछने पर सही जवाब नहीं दिया। उक्त व्यक्ति की गतिविधि संदिग्ध होने से पुलिस टीम द्वारा गहन पूछताछ किया गया।
दौरान पुछताछ के संदिग्ध व्यक्ति पुलिस पेट्रोलिंग वाहन को देखकर भागने व हाथ में रखे झोले में भरे सामान के विषय में मौके पर संतुष्टि कारक जवाब ना देकर संदिग्धता प्रदर्शित किया जो उक्त संदिग्ध व्यक्ति भूषण बेक के कब्जे के झोला में संज्ञेय अपराध से संबधित वस्तु रखने की संभावना पर संदिग्ध व्यक्ति भूषण बेक व गवाहों को अवगत कराकर संदिग्ध व्यक्ति के कब्जे के झोला की तलाशी लेने का निर्णय लिया जाकर जांच पंचनामा तैयार किया गया।
सूचना पर पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मौक़े पर आरोपी को घेराबंदी कर संदिग्ध व्यक्ति को महुआपारा चर्च ग्राउंड बर्मा बाड़ी से पकड़ा गया।, संदेहीगण मौक़े पर पुलिस टीम कों देखकर लुकने छिपने एवं भागने लगे, पुलिस टीम द्वारा उक्त संदेही की घेराबंदी कर पकड़कर पूछताछ किया गया जो संदेही द्वारा अपना नाम भूषण बेक उम्र 30 वर्ष साकिन महुआपारा थाना गांधीनगर का होना बताये, आरोपियों से लुकने छिपने का कारण पूछने पर संतोषप्रद जवाब नही दिया गया, जो पुलिस टीम द्वारा उक्त संदेही की तलाशी लेने पर कुल 80 नग प्रतिबंधित नशीला इंजेक्शन कुल किमती लगभग 50000/- जप्त किया गया हैं।
आरोपी से जप्त नारकोटिक्स युक्त प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शन के सम्बन्ध मे पूछताछ किये जाने पर कोई वैधानिक दस्तावेज प्रस्तुत नही किया गया एवं सदर धारा का अपराध घटित करना स्वीकार किया गया, आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से थाना गांधीनगर मे अपराध क्रमांक 740/24 धारा 22 (सी) एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी कों गिरफ़्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा जाता हैं।
सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, सहायक उप निरीक्षक राकेश मिश्रा, आरक्षक अतुल सिंह, बृजेश राय, अरविंद उपाध्याय, मनीष सिंह, ऋषभ सिंह सक्रिय रहे।