जल जगार महोत्सव : रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में आज व कल आयोजित किए जाएंगे रोमांचक कार्यक्रम, होगी एक से बढ़कर एक गतिविधियां

जल जगार महोत्सव : रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में आज व कल आयोजित किए जाएंगे रोमांचक कार्यक्रम, होगी एक से बढ़कर एक गतिविधियां

रायपुर, 5 अक्टूबर/ जिले में बीते 3 वर्षो में जल एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु किये गये कार्यों की सफलता और जल एवं पर्यावरण का संदेश लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से जिले में देशव्यापी जल जगार महोत्सव का आयोजन 5 एवं 6 अक्टूबर 2024 को गंगरेल बांध में किया जा रहा है। इस आयोजन में शामिल होने जहां देष के प्रसिद्ध व्यक्तियों का आगमन होगा। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित अन्य जनप्रतिनिधी भी इस खास आयोजन में अपनी गरिमामयी उपस्थिति देंगे। इस आयोजन को और भी अधिक खास बनाता है, यहां होने वाली एक से बढ़कर एक रोमांचक गतिविधियां।

जल ओलम्पिक –

जल जगार महोत्सव का पहला आयोजन होगा, जल ओलम्पिक, जो कि गंगरेल बांध में 5 अक्टूबर की सुबह 7 बजे आयोजित होगा। इस कार्यक्रम में कयाके, स्वींमिंग, बनाना राईड, फ्री स्टाईल स्वीमिंग, फ्लैग् रैन जैसी गतिविधियां शामिल होंगी। जिसका आनंद दर्शकगण पूरे परिवार के साथ उठा सकते है।

कार्निवल –

जल जगार महोत्सव में दर्शकों के मनोरंजन एवं स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करने हेतु कार्निवल का आयोजन किया गया है जिसमें बच्चों के फैंसी ड्रेस, स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम, व्यायाम प्रदर्शन, रंगोली, कुर्सी दौड़, आदिवासी नृत्य, नुक्कड़ नाटक और पंथी नृत्य जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।

नवरात्रि मेला –

जिले में आयोजित जल जगार महोत्सव में नवरात्रि मेला का भी आयोजन किया गया है, जिसमें महिलाओं के मनोरंजन के लिए विभिन्न स्टॉल लगाये गये। इसके साथ ही महोत्सव में आने वाली महिलाओं के लिए छोटी-छोटी प्रतियोगिताओं एवं खेलों का भी आयेजन किया जायेगा।

रूद्राभिषेक –

जल जगार महोत्सव में रूद्राभिषेक कार्यक्रम अंतर्गत जिले में चारों विकासखंडों में जल संरक्षण हेतु निर्मित किये गये 108 जल संरचनाओं, जिसमें अमृत सरोवर, जलाशय, पारम्परिक एवं ऐतिहासिक तालाब, परकोलेशन टैंकों से जल लाकर गंगरेल बांध में भगवान शिवजी की प्रतिमा में अभिषेक किया जायेगा। ताकि जल को धार्मिकता से जोड़ते हुए लोगों को जल संरक्षण हेतु जागरूक व प्रोत्साहित किया जा सके।

जलसभा –

जगार महोत्सव में जलसभा का भी आयोजन किया जायेगा, जिले के कॉलेजों एवं स्कूली में पढ़ने वाले बच्चे जनप्रतिनिधियों की भूमिका में नजर आयेंगे और ग्रामसभा व विधानसभा की तर्ज पर जल एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु आवष्यक विषय एवं उपायों पर अपनी प्रस्तुति देते नजर आयेंगे। आसमान से कहानी

ड्रोन शो –

जल जगार महोत्सव में पहली बार जल की कहानी आसमान में बतायी जायेगी, गंगरेल बांध के उपर ड्रोन के माध्यम से शो प्रस्तुत किया जायेगा, जिसका भी आनंद आमजन उठा सकते है।

गंगरेल ट्रेल रन –

जल एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने अन्य राज्यों सहित प्रदेष के अन्य जिलों के धावक हाफ मैराथन में हिस्सा लेंगे, यह प्रतियोगिता तीन वर्गो के लिए होगी । पहली 21 किलोमीटर, दूसरी 10 किलोमीटर और तीसरी 5 किलोमीटर की इसमें आकर्षक ईनाम भी रखे गये है।

सांस्कृतिक कार्यक्रम –

जल जगार महोत्सव में प्रत्येक शाम को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे, जिसमें 5 अक्टूबर को गरिमा दिवाकर और स्वर्णा दिवाकर तथा 6 अक्टूबर को अनुज शर्मा और आरू साहू सहित बैंड दलों की प्रस्तुति, आर्केस्ट्रा, बहुरूपिया, एवं अन्य आकर्षक प्रस्तुतियां दी जायेगी।

अंतर्राष्ट्रीय जल सम्मेलन –

कार्यक्रम में जल संरक्षण एवं पर्यावरण के बचाव हेतु देश-विदेश, प्रदेश तथा अन्य जिलों से जल एवं पर्यावरण को बचाने के क्षेत्र में काम कर रहे विशेषज्ञों द्वारा जल एवं पर्यावरण को बचाने हेतु किये जाने वाले कार्यो एवं उपायों पर चर्चा की जायेगी। साथ ही क्षेत्र में आमजन की सहभागिता की अनिवार्यता पर भी विचार-विमर्श किया जायेगा। इसके साथ ही 5 एवं 6 अक्टूबर को कबाड़ से जुगाड़, औद्योगिक प्रदर्शनी बेस्ट प्रेक्टिसेस, अन्य प्रदर्शन एवं सामूहिक खेलों का आयोजन किया जायेगा।

कबाड़ से जुगाड़ –

जल जगार महोत्सव में आकर्षण का केन्द्र रहेगा, कबाड़ से जुगाड़ स्टॉल इस स्टॉल में हम हमारे लिए कबाड़ हो चुके सामान को कैसे उपयोग में लाये इस बारे में बताया जायेगा और इन्ही अनुपयोगी चीजों से कुछ रचनात्मक व सुंदर वस्तुओं का निर्माण किया जायेगा।

औद्योगिक प्रदर्शन – 

जल जगार में औद्योगिक बेस्ट प्रेक्टिसेस अंतर्गत पूरे देष के उद्योगों में जल एवं पर्यावरण सरंक्षण हेतु बनाये गये मॉडलों का प्रदर्षन किया जायेगा, ताकि अन्य लोग भी इसका लाभ ले सकें। 

प्रदर्शनी एवं सामुदायिक खेल –

इसमें जल जगार में किये गये उत्कृष्ट कार्यों की प्रदर्शनी लगायी जायेगी एवं सामुदायिक खेलों का भी आयोजन किया जायेगा।

Chhattisgarh