जशपुर: मनरेगा कर्मियों को फास्ट फूड बनाने का 10 दिवसीय प्रशिक्षण, आजीविका सृजन का नया रास्ता

जशपुर: मनरेगा कर्मियों को फास्ट फूड बनाने का 10 दिवसीय प्रशिक्षण, आजीविका सृजन का नया रास्ता

बरडांड एवं कंडोरा के 32 जॉब कार्डधारी सदस्यों को दिया जा रहा प्रशिक्षण

जशपुर, 4 अक्टूबर / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर प्रोजेक्ट उन्नति के तहत मनरेगाकर्मियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और अतिरिक्त आय के साधन उपलब्ध कराने के लिए भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।

इसी कड़ी में कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल के मार्गदर्शन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिषेक कुमार के निर्देशन में प्रोजेक्ट उन्नति के तहत मनरेगा अंतर्गत 100 दिवस रोजगार पूर्ण किए जनपद पंचायत कुनकुरी के ग्राम पंचायत बरडांड एवं कंडोरा के 32 जॉब कार्डधारी परिवारों के सदस्यों को रूरल सेल्फ एम्प्लॉयमेंट ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (आरसेटी) जशपुर के माध्यम से फास्ट फूड स्टॉल उद्यमी का 30 सितंबर से 9 अक्टूबर 2024 तक 10 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों को गुपचुप, मंचूरियन, भेलपुरी, समोसा, चाउमीन एवं अन्य फास्ट फूड बनाना सिखाया जा रहा है। मास्टर ट्रेनर श्रुति अग्रवाल ने बताया कि प्रशिक्षण में प्रशिक्षार्थियों को प्रतिदिन हम जो फास्ट फूड खाते हैं उन्हें बनाने की विधि के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की स्वादिष्ट फास्ट फूड बनाने के तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की जा रही है।

महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराना है तथा ग्रामीणों को इन प्रशिक्षणों के माध्यम से परिवार के आजीविका सृजन में वृद्धि करना है इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु ग्रामीणों को आर सेटी के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान कर आजीविका संवर्धन किया जा रहा है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के संबंध में आरसेटी के डायरेक्टर अरुण अविनाश मिंज ने बताया कि इस प्रशिक्षण में फास्ट फूड के अलावा प्रशिक्षणार्थियों को आजीविका विकास कार्यक्रम से संबंधित जानकारी भी प्रदान की जा रही है ताकि वे व्यवसाय को अपनी अतिरिक्त आजीविका के साधन के रूप में अपना सकें। प्रशिक्षण का समन्वय फेकल्टी विकास कुमार सिन्हा के द्वारा किया जा रहा है।

Jashpur