कुनकुरी नगर पंचायत में नई राशन दुकान का हुआ उद्घाटन, वार्डवासियों में खुशी की लहर
कुनकुरी, 6 मई 2025 : कुनकुरी नगर पंचायत के वार्ड क्रमांक 14 टोंगरीटोला की सीता बाई अब हर महीने साइकिल पर 35 किलो चावल लादकर बाजारडांड तक नहीं जाएंगी। वार्ड 2 क्रूसटोंगरी की विमला देवी अब राशन लाने के लिए दिनभर का समय बर्बाद नहीं करेंगी। और डुगडुगिया के महावीर वार्ड की महिलाओं को अब पूरा कस्बा पार कर राशन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। यह बदलाव संभव हुआ है नगर पंचायत अध्यक्ष विनयशील की सूझबूझ और जनभावनाओं के प्रति संवेदनशीलता के कारण।
कुनकुरी नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड हैं, लेकिन अब तक केवल तीन पीडीएस राशन दुकानों पर निर्भरता थी। इसमें भी दो दुकानें एक ही स्थान – बाजारडांड – में स्थित थीं, जिससे नगर के अन्य दूरस्थ इलाकों की महिलाओं को खासकर काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। राशन लाने की यह कवायद सिर्फ एक जरूरत नहीं, बल्कि महिलाओं के लिए एक रोज़ की मशक्कत बन गई थी।
महिलाओं की आवाज़ बनी प्रेरणा
वार्ड 14 टोंगरीटोला, वार्ड 2 क्रूसटोंगरी और वार्ड 13 के मध्य क्षेत्र में अब खुली नई राशन दुकान ने इन समस्याओं को बहुत हद तक खत्म कर दिया है। इस दुकान के खुलने से अब सैकड़ों महिलाओं को राहत मिलेगी। उद्घाटन के मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष विनयशील ने कहा -“मेरी प्राथमिकता रही है कि हर वार्ड के मध्य में एक राशन दुकान हो। जब हर वार्ड संतुलित होगा, तब हम ‘घर पहुंच राशन’ योजना की दिशा में भी आगे बढ़ेंगे।”

डुगडुगिया में पहले ही मिला था समाधान
महावीर वार्ड डुगडुगिया, जो कुनकुरी का सबसे बड़ा वार्ड है, वहाँ की महिलाएँ पहले से ही लंबी दूरी तय कर राशन लाने को मजबूर थीं। बीते महीने यहाँ पर भी एक नई दुकान खोली गई थी, जिसकी महिलाओं ने भरपूर सराहना की। यह पहल अब अन्य वार्डों में भी आशा की किरण बन गई है।
नव उद्घाटित राशन दुकान के कार्यक्रम में पार्षद मुकेश नायक और नील कुमारी कुजूर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। साथ में छाया पार्षद दीपक मिश्रा, आईटी सेल अध्यक्ष नीरज पारीक की भी सहभागिता रही। उद्घाटन के दौरान विभिन्न वार्डों की महिलाएं – सोनिया नायक, खुशबू भगत, चंद्रवती बांडो, अंजना बघेल, प्रेमी चौहान आदि उपस्थित रहीं और सभी ने नए राशन वितरण केंद्र से राशन प्राप्त कर अध्यक्ष विनयशील को धन्यवाद दिया।
उम्मीदों की ओर बढ़ता कुनकुरी
कुनकुरी नगर पंचायत में इन दिनों सकारात्मक बदलाव की बयार बह रही है। खासकर महिलाएं इस परिवर्तन से बेहद खुश हैं। अब उन्हें हर महीने राशन लाने की जद्दोजहद से थोड़ी राहत मिल रही है, और यह राहत सिर्फ भौतिक नहीं, मानसिक भी है। नगर की महिलाओं की मुस्कुराहटें ही इस विकास का सबसे बड़ा प्रमाण हैं। अध्यक्ष विनयशील ने जो बीड़ा उठाया है, वह आने वाले समय में न केवल नगर के ढांचे को बल्कि समाज की आत्मा को भी एक नई दिशा देगा।