फर्जी ऋण प्रकरण में बड़ी सफलता : जशपुर पुलिस ने औरंगाबाद से पकड़ा सेंट्रल बैंक का पूर्व शाखा प्रबंधक, 8 साल से था फरार

फर्जी ऋण प्रकरण में बड़ी सफलता : जशपुर पुलिस ने औरंगाबाद से पकड़ा सेंट्रल बैंक का पूर्व शाखा प्रबंधक, 8 साल से था फरार

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार के तात्कालीन बैंक मैनेजर अनुराग दास ने अपने साथियों के साथ मिल फर्जी तरीके से दो ग्रामीणों के नाम पर निकाल लिए थे 5 लाख 60 हजार रुपए के KCC ऋण

बैंक द्वारा ऋण वापसी हेतु नोटिस प्राप्त होने पर ग्रामीणों को हुआ ठगी अहसास

आरोपियों के विरूद्ध थाना बागबहार में जालसाजी, धोखाधड़ी व ठगी के लिए भा. द. वि. की धारा 420,467,468 व 120B के तहत अपराध पंजीबद्ध

मामले के अन्य आरोपियों को पुलिस पूर्व में कर चुकी है गिरफ्तार

मामले में बैंक मैनेजर की संलिप्तता की पुलिस कर रही थी जांच, पुष्टि होने पर औरंगाबाद (महाराष्ट्र) से आरोपी को लिया हिरासत में

गिरफ्तार आरोपी बैंक मैनेजर- अनुराग दास उर्फ अनुराग ए दास, उम्र 60 वर्ष, निवासी आदर्शनगर मोवा रायपुर, जिला रायपुर (छ. ग)

जशपुर, 20 अप्रैल 2025 : जशपुर पुलिस ने आठ वर्षों से फरार चल रहे बैंक धोखाधड़ी के एक बड़े आरोपी को महाराष्ट्र के औरंगाबाद से गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार के तत्कालीन शाखा प्रबंधक अनुराग दास पर आरोप है कि उसने वर्ष 2013-14 में अपने साथियों के साथ मिलकर दो ग्रामीणों के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर 5 लाख 60 हजार रुपए का KCC ऋण स्वीकृत कराया और गबन कर लिया। जब पीड़ित ग्रामीणों को बैंक से ऋण वसूली का नोटिस मिला, तब उन्हें ठगी का पता चला। इस मामले में पहले ही कई आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन मास्टरमाइंड अनुराग दास फरार चल रहा था। जशपुर पुलिस की सतत् निगरानी और खोजबीन के बाद उसे आखिरकार औरंगाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रार्थी गांझू राम नागवंशी, व दिल साय नाग, दोनों निवासी ग्राम कुकरीचोली, थाना बागबहार के द्वारा पुलिस को शिकायत मिली थी, जनक यादव, निवासी माटी पहाड़, गंगा यादव निवासी कुकरी चोली, पीताम्बर यादव निवासी छाता सराई , दनार्दन यादव निवासी छाता सराई, मुरली धर यादव निवासी छाता सराई के द्वारा प्रार्थी गांझू राम नागवंशी से वर्ष 2013- 14 में राशन कार्ड में बीस हजार रु सरकारी पैसा मिल रहा है, बोलकर उसके राशन कार्ड व वोटर आईडी कार्ड को मांग कर ले लिया गया था, व तात्कालीन बैंक मैनेजर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार, अनुराग दास के साथ मिलकर, फर्जी दस्तावेज तैयार कर, केसीसी ऋण 3 लाख 10 हजार रुपए को स्वीकृत कराकर, प्रार्थी गांझू राम नागवंशी को सरकारी पैसा बीस हजार रुपए मिल रहा कहकर फर्जी दस्तावेजों में अंगूठा लगवा लिया गया व केसीसी की स्वीकृति राशि को ब्रांच मैनेजर सहित उक्त सभी आरोपियों के द्वारा निकाल कर गबन कर लिया गया।

इसी प्रकार प्रार्थी दिल साय नाग निवासी कुकरी चोली थाना बागबहार के मामले में भी उक्त आरोपियों के द्वारा प्रार्थी दिल साय नाग के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार कर, दिल साय नाग की जगह अन्य व्यक्ति ननकी राम राउत की फोटो चस्पा कर, व प्रार्थी दिल साय नाग का फर्जी हस्ताक्षर कर, तात्कालीन बैंक मैनेजर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार, अनुराग दास के साथ मिलकर 2 लाख पचास हजार रुपए, केसीसी ऋण निकाल लिए थे। इस मामले में तात्कालीन सरपंच कुकरी चोली, श्रीमती रूखमणि नाग के द्वारा फर्जी ननकी राम राउत की फोटो को दिल साय नाग के नाम से सत्यापित किया गया था।

दोनो प्रार्थियों को मामले की जानकारी तब हुई, जब सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार से केसीसी ऋण वापसी हेतु उनको नोटिस प्राप्त हुआ।

रिपोर्ट पर थाना बागबहार में आरोपी जनक यादव, गंगा यादव, पीताम्बर यादव, दनार्धन यादव, मोहर साय, लोदो राम,ननकी राम राउत, तत्कालिन महिला सरपंच श्रीमती रूखमणि नाग व तात्कालीन बैंक मैनेजर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार अनुराग दास के विरुद्ध जालसाजी, धोखाधड़ी व ठगी के लिए भा.द.वि की धारा 420,467,468 व 120बी के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया था।

विवेचना दौरान पुलिस के द्वारा प्रार्थियों के केसीसी ऋण से संबंधित दस्तावेजों को जप्त कर, आरोपियों के लिपि व हस्ताक्षर नमूनों को हस्तलिपि विशेषज्ञ रायपुर परीक्षण हेतु भेजा गया है।

उक्त मामले में अपराध सबूत पाए जाने पर मामले के आरोपी जनक यादव, गंगा यादव, पीताम्बर यादव, दनार्धन यादव, मोहर साय, ननकी राम राउत को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है, एक आरोपी लोदो राम की मृत्यु हो चुकी है, व तात्कालीन सरपंच श्रीमती रूखमणि नाग, माननीय उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत पर है।

पूरे प्रकरण में जशपुर पुलिस के द्वारा तात्कालीन बैंक मैनेजर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार अनुराग दास की संलिप्तता की जांच की जा रही थी, जांच दौरान बैंक मैनेजर अनुराग दास के द्वारा दस्तावेजों की सही से जांच न कर, आरोपियों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से केसीसी ऋण की रकम निकालने की पुष्टि होनेपर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में थाना बागबहार की पुलिस टीम के द्वारा आरोपी तात्कालीन बैंक मैनेजर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा बागबहार बागबहार को औरंगाबाद (महाराष्ट्र) से हिरासत में लेकर वापस लाई है।

पुलिस की पूछताछ में आरोपी बैंक मैनेजर के द्वारा अपराध स्वीकार करने व प्रयाप्त अपराध सबूत पाए जाने पर विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।

प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी की गिरफ्तारी में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पत्थलगांव श्री धुर्वेश जायसवाल,थाना प्रभारी बागबहार निरीक्षक श्री अशोक शर्मा,आरक्षक राजेंद्र रात्रे, योगेन्द्र पटेल की सराहनीय भूमिका रही है।

मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने बताया कि अनुराग दास को औरंगाबाद से ढूंढने में पुलिस को सफलता मिली है, अग्रिम कानूनी कार्यवाही की जा रही है।

Crime Jashpur