साइबर अपराध, आनलाइन धोखाधड़ी, हनी ट्रैप, अभिव्यक्ति ऐप, संचार साथी पोर्टल एवं डिजिटल अरेस्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दे कर किया गया जागरूक.
अंबिकापुर : सरगुजा पुलिस एवं स्वैच्छिक संगठनों (NGO) के संयुक्त तत्वावधान् में सरगुजा पुलिस अधीक्षक श्री योगेश पटेल के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अमोलक सिंह ढिल्लो के नेतृत्व में संचालित नवा बिहान नशामुक्ति जागरूकता अभियान एवं परामर्श केंद्र के द्वारा शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दरिमा के छात्रों को नशा मुक्ति, साइबर क्राइम, यातायात के प्रावधानों एवं व्यक्तित्व विकास के उद्देश्य से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के व्याख्याता ललित कुमार के द्वारा अतिथियों, वक्ताओं एवं उपस्थित लोगों का स्वागत उद्बोधन से किया गया, साथ ही अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ भेंट कर किया गया।
नवा बिहान नशामुक्ति जागरूकता अभियान के समन्वयक अनिल कुमार मिश्रा के द्वारा नवा बिहान नशामुक्ति जागरूकता अभियान के द्वारा किए जा रहे प्रयासों एवं उपलब्धियायों को विस्तारपूर्वक बताया गया। वरिष्ठ समाजसेवी मंगल पाण्डेय संयोजक नवा बिहान के द्वारा अपने उद्बोधन में नशा, नशा की लत, नशा के विभिन्न प्रकारों एवं युवाओं पर नशा के दुष्प्रभाव को बताया गया। युवाओं के व्यक्तित्व विकास में नशा बहुत बढ़ा बाधक है। नशा के कारण युवाओं में अस्वस्थता, आपराधिक प्रवृत्ति एवं अवसाद होता है। वरिष्ठ समाजसेविका सुश्री वन्दना दत्ता ने कहा कि नशे से ज्यादा प्रभावित महिलाएं व बच्चे होते हैं, नशे की लत से न जाने कितने परिवार बर्बाद हो चुके हैं। अतः छात्रों को नशे से दूर रहने के लिए समझाया।
वरिष्ठ समाजसेवी अजय तिवारी स्टेट कौंसिल मेम्बर आर्ट ऑफ लिविंग ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि छात्र जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें, ऐसा लक्ष्य जो स्वयं, परिवार, समाज, देश तथा विश्व के लिए कल्याणकारी हो। जीवन में किसी भी परिस्थिति में जो कार्य एवं व्यवहार नहीं करना है, उसकी सूची बनाएं। नशा और अनुशासनहीनता इसमें मुख्य है। इस संकल्प को आत्मविश्वास, योग, ध्यान, प्रणायाम और अच्छे लोगों के संगति से ही पूर्ण किया जा सकता है। छात्र स्वयं नशा नहीं करें तथा दुसरों को भी नशा नहीं करने हेतु प्रेरित करें। प्रेम एवं जागरूकता से ही इस समस्या से मुक्ति मिल सकती है। इसके लिए आध्यात्म जरूरी है। दुर्गा सिंह पैरालिगल वालेंटियर के द्वारा छात्रों को आवश्यक विधिक जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि मनोज प्रजापति थाना निरीक्षक दरिमा ने अपने उद्बोधन में साइबर क्राइम, साइबर क्राइम के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा गया कि जानकारी ही बचाव है। साइबर अपराध, आनलाइन धोखाधड़ी, हनी ट्रैप, अभिव्यक्ति ऐप, संचार साथी पोर्टल एवं डिजिटल अरेस्ट के बारे में विस्तार से बताया गया, साथ ही यातायात के नियमों की जानकारी एवं यातायात के नियमों की अवहेलना करने से होने वाली दुर्घटनाओं को आंकड़ों सहित प्रस्तुत किया गया, तथा छात्रों को यातायात के नियमों का पालन करने हेतु समझाइश दी गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप पुलिस अधीक्षक जयराम चारमाको ने कहा कि यहीं किशोरावस्था की उम्र है, जिसमें बच्चे नशे की ओर आकर्षित होते हैं, जिसका दुष्प्रभाव उनके जीवन भर रहता है। बच्चे अपने कैरियर एवं लक्ष्य के प्रति सदैव सजग रहें। सरगुजा को नशा मुक्त बनाने में नवा बिहान टीम के द्वारा किए जा रहे प्रयासों को सराहा गया। कार्यक्रम का सफल संचालन नवा बिहान के समन्वयक अनिल कुमार मिश्रा के द्वारा किया गया। विद्यालय के प्राचार्य के.के. गुप्ता के द्वारा नवा बिहान टीम एवं उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में वरिष्ठ व्याख्याता हनान कुरैशी, ललित कुमार अम्बिका दत्ता, एएसआई शोभा खन्ना, आरक्षक लक्ष्मीनिया टोप्पो एवं समस्त स्टॉफ का सराहनीय योगदान रहा है।