थाना मणीपुर पुलिस टीम द्वारा मामले में आरोपियों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत की गई कार्यवाही.
आरोपियों के कब्जे से जप्त प्रतिबंधित नशीला इंजेक्शन कुल कीमत लगभग 33600/- रुपये किया गया बरामद.
अवैध नशीले पदार्थो की तस्करी के विरुद्ध सरगुजा पुलिस का अभियान आगे भी निरंतर रहेगा जारी.
अंबिकापुर : सरगुजा पुलिस द्वारा प्रतिबंधित मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले संदेहियों/आरोपियों पर लगातार सख़्ती से कार्यवाही कर आरोपियों की धरपकड़ की जा रही हैं। इसी क्रम में दिनांक 06/12/24 को थाना मणीपुर पुलिस टीम को मुखबीर से सूचना मिली थी कि अरुण सोनवानी और अंकित दुबे नामक 02 संदिग्ध व्यक्ति मोट रसायकल में अवैध प्रतिबंधित नशीला इंजेक्शन रखकर बेचने हेतु सांडबार मंदिर के आगे स्मृति वन के सामने नर्सरी में ग्राहक की तलाश कर रहे हैं।
सूचना पर पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए मौक़े पर पहुंचकर देखा गया, दोनों संदिग्ध व्यक्ति नर्सरी में मोटर सायकल के पास बैठे मिले। संदेहीगण मौक़े पर पुलिस टीम को देखकर लुकने छिपने एवं भागने लगे, पुलिस टीम द्वारा दोनों संदेहियों की घेराबंदी कर पकड़कर पूछताछ किया गया। संदेहियों द्वारा अपना नाम (01) अरुण सोनवानी उम्र 21 वर्ष साकिन सांडबार घसिया पारा थाना मणीपुर, (02) अंकित दुबे उम्र 24 वर्ष साकिन मुडेसा थाना गांधीनगर का होना बताया गया, आरोपियों से लुकने-छिपने का कारण पूछने पर संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया।
पुलिस टीम द्वारा दोनों संदेहियों की तलाशी लेने पर कुल 109 नग प्रतिबंधित नशीला इंजेक्शन एवं 11 नग निडील/सिरिंज कुल कीमत लगभग 33600/- रूपये जप्त किया गया हैं। आरोपियों से जप्त नारकोटिक्स युक्त प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शन के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर कोई वैधानिक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया एवं सदर धारा का अपराध घटित करना स्वीकार किया गया। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त दोपहिया वाहन बजाज ऐवेंजर क्रमांक सीजी/15/डीक्यू/2455 जप्त किया गया हैं। आरोपियों के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से थाना मणीपुर में अपराध क्रमांक 372/24 धारा 21 (सी) एन.डी.पी.एस. एक्ट के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी को गिरफ़्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया हैं।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी मणीपुर उपनिरीक्षक अखिलेश सिंह, सहायक उपनिरीक्षक अनिल पाण्डेय, प्रधान आरक्षक सतीश सिंह, प्रधान आरक्षक महेश्वर शरण सिंह, आरक्षक सुरेश गुप्ता, आरक्षक अतुल शर्मा, आरक्षक अरविन्द सिंह, आरक्षक हरिनन्दन सोरी, आरक्षक घनश्याम कुमार राजवाड़े, सैनिक दिनेश यादव सक्रिय रहे।