रायपुर/05 दिसंबर 2024। दुर्ग जिले में दर्जनों गायों की भूख प्यास से मौत पर सवाल उठाते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि गोढ़ी गौठान का वीभत्स मंजर साय सरकार के कुशासन का प्रमाण है, गोढ़ी गोठान में आज भी अनेकों गौ माता के अंग चारों तरफ बिखरे पड़े है। कुछ मृत गौवंशी पशुओं को गोठान के बाहर फेक दिया गया है। चारा-पानी के अभाव में कई गायें तड़प रही है। गाय के नाम पर राजनीति करने वाले भाजपाईयों और प्रशासन के जिम्मेदारों को आज तक सुध लेने की फुर्सत नहीं है। भाजपा सरकार की दुर्भावनापूर्ण नीतियों के चलते गौवंशी पशु बदहाल हैं। पूर्वाग्रह से ग्रसित साय सरकार ने बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के हजारों की संख्या में गौठानो को बंद कर दिया। गौ अभ्यारण्य केवल कागज़ी जुमला निकला। विगत 1 वर्ष के दौरान सैकड़ो गायें सड़कों पर दुर्घटना का शिकार होकर मारी गई। किसान खुली चराई से परेशान है, और गौ माता चारा-पानी और इलाज के अभाव में बे-मौत मारी जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि गोढ़ी गौठान में हुई गायों की मौत के लिये भाजपा सरकार जिम्मेदार है। इसी तरह पहले भी पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के 15 सालों में हजारों करोड़ का अनुदान संघी-भाजपाई खा गए, लेकिन गायें दुबली होती गई। हड्डी और चमड़ी बेचने के लालच में इसी तरह से अपने चहेतों के द्वारा संचालित अनुदान प्राप्त गौशालयों में गायों की मौत होती रही, लेकिन भाजपा की संवेदनहीन सरकार का संरक्षण गौ हत्या के आरोपियों को मिलता रहा। शगुन गौशाला, मयूरी गौशाला, सेठ फूलचंद गौशाला जैसे दर्जनों उदाहरण है।