थाना लुन्ड्रा पुलिस टीम द्वारा मामले के आरोपी के विरुद्ध की गई कड़ी वैधानिक कार्यवाही.
आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त आरोपियों के विरुद्ध की जा रही लगातार कार्यवाही.
घटना-स्थल से घटना में प्रयुक्त माचिस का डब्बा एवं कपड़े का जला हुआ टुकड़ा किया गया बरामद.
अंबिकापुर : प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि प्रार्थी गंगा गिरी साकिन दोरना लुन्ड्रा द्वारा दिनांक 04 दिसंबर 2024 को थाना लुन्ड्रा आकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि आज दिनांक को प्रार्थी अपने घर पर था कि ग्राम के सरपंच पति तरन सिंह प्रार्थी को फ़ोन कर सूचना दिए कि ग्राम दोरना लोहारपारा के दशरू उर्फ़ केरे करवा को उसका दामाद धनसाय कोरवा आग से जला दिया हैं। तब प्रार्थी सूचना पाकर मौक़े पर जाकर देखा तो दसरू ऊर्फ केरे कोरवा शासकीय स्कूल ग्राउण्ड के पास जमीन में लेटा हुआ मिला, शरीर का पिछला हिस्सा और पैर तरफ बुरी तरह जल गया था। प्रार्थी आहत से घटना के सम्बन्ध में पुछा, कौन जला दिया तब आहत दसरू ऊर्फ केरे कोरवा ने बताया कि इसका दमाद धनसाय कोरवा बिते तीन माह से इसके घर में पुत्री के साथ रहता है, और इसे घर से निकाल दिया है। दसरू ऊर्फ केरे को शासकीय आवास का पैसा मिला है उसे भी शराब पीने के लिये मांगता है, नहीं देने पर आज सुबह आग तापते समय बुढ़ा पैसा नहीं देता है, कह कर धनसाय कोरवा आहत को हत्या करने के नीयत से पहने कपड़ा में माचिस से आग लगा दिया, जिससे आहत का शरीर जल गया हैं। बाद में आस पास के अन्य लोगों द्वारा आहत को डायल 112 की सहायता से अस्पताल लाकर भर्ती कराकर इलाज करा रहे हैं। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना लुन्ड्रा में अपराध क्रमांक 273/24 धारा 109 बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा घटना-स्थल निरीक्षण कर माचिस का डब्बा एवं जला हुआ कपड़ा बरामद किया गया था। पुलिस टीम द्वारा मामले के आरोपी धनसाय कोरवा को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। आरोपी द्वारा अपना नाम धनसाय कोरवा उम्र 45 वर्ष निवासी उरदरा थाना लुण्ड्रा हाल मुकाम दोरना लोहारपारा थाना लुन्ड्रा का होना बताया गया, आरोपी से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर अपराध घटित किया जाना स्वीकार किया गया। आरोपी के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी लुन्ड्रा उपनिरीक्षक शिशिरकांत सिंह, उपनिरीक्षक नवल किशोर दुबे, आरक्षक बाल्केश्वर राम, आरक्षक अनिल बड़ा, आरक्षक वीरेंद्र खलखो, आरक्षक शिवप्रसाद खलखो, आरक्षक दीपक पाण्डेय सक्रिय रहे।