निजी स्कूलों में योग्य शिक्षकों की कमी और अनियंत्रित बसों के ठहराव से जनता परेशान
जशपुर, 5 दिसंबर 2024/ जशपुर जिले में शिक्षा और यातायात व्यवस्था से जुड़ी गंभीर समस्याएं सामने आई हैं। जिला पंचायत सदस्य विष्णु प्रसाद कुलदीप ने जिला कलेक्टर को एक शिकायत पत्र लिखकर इन समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित किया है। एक ओर जहां जिले के निजी स्कूलों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम का उल्लंघन हो रहा है और शिक्षकों की योग्यता संबंधी मानक पूरे नहीं हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर, जिला में यात्री बसें निर्धारित स्थानों पर नहीं रुकतीं, जिससे यातायात जाम और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। कुलदीप ने प्रशासन से दोनों ही मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।
जशपुर जिले में बसों के अनियंत्रित ठहराव से यातायात व्यवस्था बिगड़ी
जिला पंचायत सदस्य विष्णु प्रसाद कुलदीप ने जिला कलेक्टर को एक शिकायत पत्र लिखकर जशपुर जिले में यात्री बसों के अनियंत्रित ठहराव की समस्या उठाई है। उन्होंने बताया कि यात्री बसें निर्धारित बस स्टैंड और रोड पर निर्धारित स्थानों के बजाय कहीं भी रुक जाती हैं जिससे यातायात जाम और दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।
कुलदीप ने अपनी शिकायत में कहा कि बसें अक्सर कोर्ट और अस्पताल के सामने भी रुक जाती हैं, जिससे अन्य वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है। उन्होंने मांग की है कि जिला प्रशासन यात्री बसों को निर्धारित स्थानों पर ही रोकने के लिए कड़े निर्देश जारी करे ताकि यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके और आम जनता को सुरक्षित यात्रा की सुविधा मिल सके।
जशपुर के निजी स्कूलों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम का उल्लंघन
जिला पंचायत सदस्य विष्णु प्रसाद कुलदीप ने जिला कलेक्टर को एक और शिकायत पत्र लिखकर जिला जशपुर के निजी स्कूलों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2010 का उल्लंघन होने का आरोप लगाया है। कुलदीप ने अपनी शिकायत में कहा है कि जिले के कई निजी स्कूलों में शिक्षकों की योग्यता संबंधी मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने विशेष रूप से सरस्वती शिशु मंदिर कुनकुरी का उदाहरण देते हुए कहा कि इस स्कूल में डी.ई.एल.एड. या बी.ई.एड. डिग्रीधारी शिक्षक नहीं हैं।
उन्होंने मांग की है कि जिला प्रशासन सभी निजी स्कूलों का नियमित निरीक्षण करे और शिक्षकों की योग्यता संबंधी जानकारी सार्वजनिक करे। कुलदीप ने कहा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार देता है, लेकिन जशपुर के कई निजी स्कूल इस अधिकार का हनन कर रहे हैं।