आरोपी के विरुद्ध पूर्व में भी अवैध नशीले इंजेक्शन की तस्करी का मामला हुआ था दर्ज.
थाना गांधीनगर पुलिस टीम द्वारा आरोपी के कब्जे से जप्त प्रतिबंधित नशीला इंजेक्शन कुल कीमत लगभग 40000/- रुपये किया गया बरामद.
आरोपी के कब्जे से प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शन सहित कुल दो नग सिरिंज एवं दो नग निडील किया गया जप्त.
अवैध नशीले पदार्थो की तस्करी के विरुद्ध सरगुजा पुलिस का अभियान आगे भी निरंतर रहेगा जारी.
अंबिकापुर : सरगुजा पुलिस द्वारा प्रतिबंधित मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले संदेहियों/आरोपियों पर लगातार सख़्ती से कार्यवाही कर आरोपियों की धरपकड़ की जा रही हैं। इसी क्रम में दिनांक 29 नवंबर 2024 को थाना कोतवाली पुलिस टीम को पेट्रोलिंग के दौरान भगवानपुर शराब भट्टी रोड़ में रोड़ किनारे पीपल पेड़ के पास एक व्यक्ति खड़ा दिखाई दिया जो अपने पीठ में काले रंग का पिट्ठू बैग टांगा था। उक्त युवक मौक़े पर पुलिस पेट्रोलिंग टीम को देखकर बड़ी तेजी से अपने कब्जे में रखे बैग को लेकर झाड़ियों में छुपने का प्रयास करने लगा। उक्त व्यक्ति की गतिविधि संदिग्ध होने पर संदेही की घेराबंदी कर पकड़ कर पूछताछ की गई, संदेही द्वारा अपना नाम शैलेन्द्र सिंह उर्फ़ रेम्बो उम्र 30 वर्ष साकिन गांधीनगर हनुमान मंदिर के पास थाना गांधीनगर का होना बताया गया। आरोपी से लुकने-छिपने का कारण पूछने पर संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया, पुलिस टीम द्वारा उक्त संदेही के कब्जे में रखे पिट्ठू बैग की तलाशी लेने पर बैग में रखे कुल 40 नग प्रतिबंधित नशीला इंजेक्शन मात्रा 80 एम.एल., 02 नग सिरिंज एवं 02 नग निडील जप्त किया गया। आरोपी से जप्त नारकोटिक्स युक्त प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शन के सम्बन्ध में पूछताछ किये जाने पर कोई वैधानिक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया एवं सदर धारा का अपराध घटित करना स्वीकार किया गया। आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से थाना गांधीनगर में अपराध क्रमांक 706/24 धारा 22 (सी) एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी को गिरफ़्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया हैं, आरोपी आदतन किस्म का हैं, आरोपी के विरुद्ध पूर्व में भी अवैध नशीले इंजेक्शन की तस्करी का मामला दर्ज हुआ था।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक प्रदीप जायसवाल, सहायक उपनिरीक्षक ललन प्रसाद गुप्ता, प्रधान आरक्षक मुकेश गुप्ता, महिला आरक्षक प्रिया रानी, आरक्षक पवन यादव, आरक्षक ऋषभ सिंह, सैनिक अनिल साहू सक्रिय रहे।