सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने पुलिसकर्मियों ने वाहनों पर लगाए पोस्टर, बांटी पॉकेट निर्देशिकाएं.
रायगढ़.एसपी श्री दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा-निर्देश पर रायगढ़ पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने और ब्लैक स्पॉट क्षेत्रों को दुर्घटनामुक्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। यातायात पुलिस ने परिवहन विभाग, एनएच, पीडब्ल्यूडी और अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर ब्लैक स्पॉट क्षेत्रों में सुधार कार्य किए जा रहे हैं। इसके साथ ही इन क्षेत्रों के समीप रहवासियों को जागरूक करने के उद्देश्य से डीएसपी ट्रैफिक रमेश चन्द्रा के मार्गदर्शन में ब्लैक स्पॉट काशीचुआ क्षेत्र में यातायात जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला, कांशीचुआ में आयोजित इस जागरूकता कार्यक्रम में टीआई यातायात श्री अनुरंजन लकड़ा और प्रधान आरक्षक मुकेश चौहान ने स्कूली बच्चों को सुरक्षित यातायात के कुछ बुनियादी नियमों के बारे में जानकारी दी। जिसमें छात्रों को बताया गया कि – हमेशा परिजनों के साथ हेलमेट पहनकर और सीट बेल्ट लगाकर यात्रा करें, सड़क पार करते समय ज़ेब्रा क्रॉसिंग का उपयोग करें, तेज गति से पालकों को वाहन न चलाने दें, सड़क पर चलते समय या गाड़ी चलाते समय वाहन चालक मोबाइल फोन का उपयोग न करें, ट्रैफिक लाइट और संकेतों का पालन करें, शराब पीकर वाहन चलाने वाले के साथ सफर न करें।
कार्यक्रम में थाना यातायात के निरीक्षक अनुरंजन लकड़ा, प्रधान आरक्षक मुकेश चौहान, आरक्षक मनीष मिंज, मोहन भगत, प्रदीप कुर्रे, और संजीत सिदार उपस्थित थे। कार्यक्रम में करीब 350 स्कुली बच्चे के साथ शिक्षक व स्कूल स्टॉफ उपस्थित थे।
इसके अलावा, यातायात पुलिस ने ब्लैक स्पॉट क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने के लिए पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर से प्राप्त यातायात जागरूकता सामग्री जैसे – बैनर पोस्टर, स्टीकर वाहनों पर चस्पा किए और वाहन चालकों को पॉकेट फोल्डर निर्देशिकाएं वितरित की। इस दौरान वाहन चालकों को तेज गति से वाहन न चलाने, शराब पीकर वाहन न चलाने और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग न करने जैसे महत्वपूर्ण यातायात नियमों का पालन करने के लिए समझाया गया। यह जागरूकता अभियान रायगढ़ ट्रैफिक पुलिस द्वारा सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के उद्देश्य से चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों का हिस्सा है। आने वाले दिनों में भी इस तरह के कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जाएंगे, ताकि सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाई जा सके और सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।