जशुपर, 21 अक्टूबर 2024/ मोतियाबिंद के ऑपरेशन से दृष्टि वापस पाना वाकई में एक नया जीवन मिलने जैसा है। मोतियाबिंद, जिसे कैटरेक्ट भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें आंख का प्राकृतिक लेंस धुंधला हो जाता है, जिससे दृष्टि धुंधली हो जाती है। सर्जरी के दौरान, धुंधले लेंस को निकालकर उसकी जगह एक कृत्रिम लेंस लगाया जाता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर सुरक्षित और प्रभावी होती है, जिससे मरीज की दृष्टि में काफी सुधार होता है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पहल पर जिले में मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन किया जा रहा है। उन्होंने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। जिसके निर्देशानुसार जिला में मोतियाबिंद मुक्त अभियान अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा मोतियाबिंद के मरीजों के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध कराते हुए उनका सफल ऑपरेशन किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के सार्थक पहल पर जिला मुख्यालय के मधुवनटोली में निवासरत् मोतियाबिंद से पीड़ित मरीज रिक्शा चालक ईश्वर राम यादव की आंखों में रोशनी लौटी और उन्हें नया जीवन मिला है।
ईश्वर राम यादव कहते हैं कि वे जशपुर के मधुवनटोली का रहने वाला है। वे रिक्शा चलाता है। एक दिन ऐसे ही मेरे ऑख में थोड़ा धुंधला सा दिखने लगा। तब मैने चौक में लगाए गए मोबाईल मैडिकल यूनिट में जाकर डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने बताया कि उनके ऑख में मोतियाबिंद हो रहा है। जिला अस्पताल में जाकर ऑख के डॉक्टर से जांच कराने की सलाह दी उसके दूसरे दिन जिला अस्पताल जाकर डॉक्टर को अपना आंख दिखाया।
डॉक्टर ने जांच करने बाद मोतियाबिंद का ऑपरेशन करने की सलाह दी। उसके बाद मेरे मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद अब सब अच्छा है। उन्हें अच्छे से दिखाई देने लगा है। उन्होंने ऐसे ही मोतियाबिंद के मरीजों का सहयोग करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है।