कुनकुरी (सत्यकाम न्यूज़) : कुनकुरी नगर में लंबे समय से चली आ रही पेयजल की समस्या का समाधान अब निकट है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार, नगर पंचायत ने अमृत मिशन योजना के तहत 48 करोड़ रुपये की लागत से एक महत्वाकांक्षी जल परियोजना शुरू की है। इस परियोजना के माध्यम से नगर के सभी 15 वार्डों में हर घर तक नल कनेक्शन पहुंचाया जाएगा।
नगर पंचायत कुनकुरी में जल समस्या से निबटने के लिए नगर पंचायत ने 50 साल की बड़ी कार्ययोजना तैयार की है। इस निर्माण कार्य के पूरा हो जाने से नगर पंचायत क्षेत्र के सभी 15 वार्डो के हर घर तक नल के माध्यम से स्वच्छ पेयजल की पहुंच सुनिश्चित हो सकेगी।
नगर पंचायत कुनकुरी की सीएमओ प्रवीण कुमार उपाध्याय ने बताया कि निर्देश के अनुसार नगर पंचायत ने अमृत मिशन 2.0 के तहत जल आवर्द्वन योजना के लिए 48 करोड़ रूपये का प्रस्ताव और प्राक्कलन रिपोर्ट स्वीकृति के लिए राज्य सरकार को भेजा था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर नगरीय प्रशासन मंत्री व उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने इसे तत्काल स्वीकृति देते हुए,बजट जारी कर दिया है।
सीएमओ उपाध्याय ने बताया कि निर्माण कार्य के लिए निविदा की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होनें बताया कि इस बजट से नगर में जल आपूर्ति के लिए फरसाकानी में ईब नदी के तट पर इंटकवेल का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ पम्पिंग स्टेशन और 3.50 एमएलडी क्षमता वाटर ट्रीटमेंट प्लांट,5713 रा वाटर पाइप लाइन,4010 क्लीयर वाटर पाइप लाइन,36 हजार 930 मीटर जल आपूर्ति पाइप लाइन 940 किलो लीटर क्षमता का एक ओवर हेड टेंक का निर्माण किया जाएगा।
जल आपूर्ति के लिए नगर में पहले से प्रयोग किए जा रहे टेंक का उपयोग भी जारी रहेगा। नगर पंचायत का अनुमान है कि इस जल आवर्द्वन योजना से जल आपूर्ति शुरू हो जाने से अगले 50 साल तक कुनकुरी नगरवासियों को पानी की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा। फरसाकानी में निर्माण होने वाले जल आवर्द्वन योजना से कुनकुरी नगर में निवासरत 13 हजार 648 लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
नगर पंचायत के आंकड़ों के मुताबिक कुनकुरी शहर में 15 वार्डो में 2495 घर है। फिलहाल इन सभी घरों तक नलों की पहुंच नहीं हो सकी है। इसके कारण गर्मी के मौसम में नगरवासियों को जल समस्या से जुझना पड़ता है। टैंकर से पानी आपूर्ति कर नगर पंचायत नगरवासियों को राहत देने की कोशिश करता है। लेकिन इससे विवाद की स्थिति बनती रहती है। उम्मीद की जा रही है कि अमृत मिशन योजना के अंर्तगत जल आवर्द्वन योजना का निर्माण पूरा हो जाने से समस्या सुलझ सकेगी।