प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अग्रवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गए पत्र के परिप्रेक्ष्य में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज पर तीखा हमला बोला, कहा – जाति और धर्म के नाम पर समाज को बाँटने के टूलकिट एजेंडे पर कांग्रेस वातावरण को विषाक्त कर रही
रायपुर, 7 अक्टूबर/ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र के परिप्रेक्ष्य में तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि अगर कांग्रेस के कुशासन में अपने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिख देते तो यह दिन देखना नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि वास्तव में जाति और धर्म के नाम पर समाज को बाँटने के टूलकिट एजेंडे पर कांग्रेस प्रदेश के वातावरण को विषाक्त बनाने का काम कर रही है। श्री अग्रवाल ने कहा कि जाति को जाति से और धर्म को धर्म से लड़ाकर 50 वर्षों तक कांग्रेस ने शासन किया। अब एक बार फिर यह फूट डालकर राज करने के सपने कांग्रेसी देख रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बैज समाज को बांटने का कांग्रेसिया टूलकिट चलाना बंद करें।
भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ को याद है कि कैसे भगवा के अपमान पर आवाज उठाने वाले लोगों को पुलिस ने डंडे से पीटा था! तब भगवा के विरोधियों के पक्ष में पुलिस खड़ी थी। बिरनपुर में धर्म विशेष के लोगों ने साहू समाज के बेटे भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी और महज 1 किलोमीटर की दूरी पर बैठे मंत्री उसके घर सहानुभूति जताने तक नहीं पहुँचे। पूरा छत्तीसगढ़ धर्मांतरण की आग में जल रहा था। रायपुर में अवैध धर्मांतरण करने वाले खुलेआम कह रहे थे कि धर्मांतरण हमारा हक है और हम करेंगे। हालात ये हो गए थे कि भूपेश सरकार के तत्कालीन गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को साहू समाज की बैठक में यह कहना पड़ा था कि धर्म परिवर्तन करने वाले क्या स्वर्ग जाएंगे? परंतु तत्कालीन मुख्यमंत्री बघेल धर्मांतरण करा रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय दिल्ली जाकर अवैध धर्मांतरण करने वालों को आश्वासन देते रहे कि हम आपकी सुरक्षा करेंगे।
भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी श्री अग्रवाल ने कहा कि बैज को यह नहीं भूलना चाहिए कि जनता कांग्रेसियों के दोहरे चेहरे को पहचान चुकी थी, जाति के नाम पर उनके फूट डालने के टूलकिटिया मंसूबे जनता जान चुकी है। इसीलिए विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को उसकी वास्तविक स्थिति से अवगत कराया। अब फिर कांग्रेस प्रदेश में जाति और धर्म के नाम पर फूट डालकर शासन करने का सपना देखना बंद करें क्योंकि छत्तीसगढ़ की शांतिप्रिय जनता को यह घृणित कार्य न कभी पसंद आया है और न ही कभी पसंद आएगा।