हास्टल परिसर में शराब सेवन करते हुए पाया गया तो अधीक्षकों के ऊपर होगी एफआईआर दर्ज
कमजोर बच्चों को विशेष ध्यान देकर परीक्षा परिणाम सुधारने के निर्देश
भोजन की गुणवत्ता और साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखने कहा गया
कलेक्टर ने आश्रम छात्रावास के अधीक्षकों की ली समीक्षा बैठक
बच्चों के स्वास्थ्य खराब होने पर तत्काल अस्पताल लेकर जाएंगे
जशपुर 28 मई 2025/ कलेक्टर रोहित व्यास ने गुरुवार को जिला पंचायत के सभाकक्ष में आदिम जाति कल्याण विभाग के एकलव्य और आश्रम,छात्रावास के हास्टल अधीक्षकों की समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर ने कहा जशपुर अनुसूचित जनजाति बाहुल्य जिला है दूरस्थ अंचलों के बच्चों को आश्रम और छात्रावास में रहकर अच्छी शिक्षा मिले इसके लिए शासन ने सारी सुविधाएं उपलब्ध कराया गया है।
बैठक के प्रारंभ में कलेक्टर ने 10 वीं और 12 वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम की जानकारी ली और कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देकर परीक्षा परिणाम बेहतर करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि मंडल संयोजक का काम बैठकर काम करने का नहीं होता है आश्रम छात्रावास का निरीक्षण करके व्यस्था सुधारने के लिए होता है। उन्होंने कहा कि स्कूल में बच्चों का साप्ताहिक और मासिक टेस्ट लिया जाता है। बच्चों का परीक्षा परिणाम लेकर कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने सभी हास्टल अधीक्षकों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि हास्टल में अधीक्षकों को रहना अनिवार्य है निरीक्षण के दौरान आश्रम छात्रावास में अव्यस्था पाई गई और रात में कोई अधीक्षक नदारद पाया गया तो कारवाई होगी।
उन्होंने कहा की बालिका छात्रावास में किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति प्रवेश नहीं करेगा इसका विशेष ध्यान रखें हास्टल परिवार में किसी अधीक्षक या कर्मचारी का शराब सेवन करते हुए शिकायत पाई गई तो संबंधित अधीक्षक के ऊपर एफआईआर की कार्रवाई की जाएगी और बर्खास्त किया जाएगा जिसके के लिए वे स्वयं जिम्मेदार रहेंगे।
इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर श्री हरि ओम द्विवेदी आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त श्री संजय सिंह और आश्रम छात्रावास के मंडल संयोजक, बालक , बालिका छात्रावास के हास्टल अधीक्षक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
कलेक्टर ने सभी हास्टल में अधीक्षकों को चेतावनी दी की शासन के द्वारा निर्धारित छुट्टी को छोड़कर बच्चों को लम्बी छुट्टी एक माह तक नहीं देंगे बालिकाओं को या बच्चों को घर भेजते समय उनके माता-पिता के आने पर ही उनके साथ घर भेजेंगे किसी भी अनजान व्यक्ति के हाथ में बच्चों को नहीं सौंपेंगे क्यों कि पालक अपने बच्चों को अभिरक्षा के साथ हास्टल में सौंपते हैं।
बालिका छात्रावास में बच्चों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है।
कलेक्टर आश्रम छात्रावास में बच्चों के भोजन की गुणवत्ता पर ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने बच्चों के कपड़े,चादर नियमित सफाई करने के लिए कहा है बच्चों को अच्छी आदतें जैसे नियमित नहाना, नाखून काटना , दांतों की सफाई, योग, खेलकूद गतिविधियों करवाने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने बताया कि आगामी 16 जून से स्कूल खोलने से पहले 8 से 14 जून तक स्कूल और आश्रम छात्रावास में श्रमदान करके साफ सफाई की जाएगी बच्चों को विभिन्न गतिविधियों में शामिल करके बच्चों का बौद्धिक विकास किया जाएगा। बच्चों के बीमार होने पर तत्काल उच्च अधिकारियों और पालकों से सम्पर्क करने के भी निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने सभी हास्टल में रैना हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के लिए कहा है और जल संरक्षण संवर्धन के लिए पहल करने के निर्देश दिए हैं।