श्री जगन्नाथ मंदिर महोत्सव में उमड़ा आस्था का सैलाब : दोकड़ा में मंदिर महोत्सव बना ऐतिहासिक आयोजन, कौशल्या साय की मौजूदगी और संबलपुरी कीर्तन ने बांधा समाँ, रात्रि में नागपुरी धुनों पर झूम उठा पूरा भक्त मण्डल.

श्री जगन्नाथ मंदिर महोत्सव में उमड़ा आस्था का सैलाब : दोकड़ा में मंदिर महोत्सव बना ऐतिहासिक आयोजन, कौशल्या साय की मौजूदगी और संबलपुरी कीर्तन ने बांधा समाँ, रात्रि में नागपुरी धुनों पर झूम उठा पूरा भक्त मण्डल.

दोकड़ा स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का समापन मंगलवार को नगर भ्रमण और भव्य सांस्कृतिक संध्या के साथ बड़े ही धूमधाम से संपन्न हुआ। यह पावन कार्यक्रम 21 मई से प्रारंभ हुआ था, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और पूरे नगर में धार्मिक और सांस्कृतिक वातावरण का संचार हुआ।

समापन कार्यक्रम की शोभा उस समय और बढ़ गई जब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुईं। उन्होंने मंदिर प्रांगण में दर्शन कर विधिवत पूजा-अर्चना की और नगर भ्रमण में भाग लेकर श्रद्धालुओं का उत्साहवर्धन किया। उनकी उपस्थिति ने आयोजन को एक विशेष गरिमा प्रदान की।

मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के तहत अष्ट प्रहरी का आयोजन किया गया, जिसमें दिन-रात अलग-अलग समय पर मंत्रोच्चारण और विशेष पूजा की गई। इस अवसर पर ओडिशा के संबलपुर से आई कीर्तन मंडली एवं छत्तीसगढ़ की मंडली ने भगवान श्रीजगन्नाथ की महिमा का गुणगान करते हुए भजन और कीर्तन प्रस्तुत किए, जिसने उपस्थित भक्तों को भाव-विभोर कर दिया।

समापन के दिन निकाले गए नगर भ्रमण में ओडिशा के संबलपुर कीर्तन मंडली की प्रस्तुति, नगरवासियों के आकर्षण का केंद्र रही।इस दौरान पारंपरिक ओडिशा संगीत की प्रस्तुति ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। श्रद्धालु नगर भ्रमण के दौरान आगे गुलाल उड़ाते हुए नाचते-गाते चल रहे थे, जिससे सारा नगर रंगों और आस्था में सराबोर हो गया।

रात्रि में आयोजित नागपुरी सांस्कृतिक संध्या में हजारों की संख्या में लोग उमड़े। झारखंड के प्रसिद्ध लोकगायक पवन राय, कयूम अब्बास, सोनी कुमारी, बरखा बड़ाइक और प्रभात ने मंच से एक से बढ़कर एक नागपुरी गीत प्रस्तुत किए। उनके मधुर स्वर और लोकधुनों ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस कार्यक्रम ने न सिर्फ मनोरंजन किया, बल्कि लोकसंस्कृति की जीवंतता को भी दर्शाया।

Jashpur