महाआरती में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय, बजरंग दल जिलाध्यक्ष विजय आदित्य सिंह जूदेव, महाकुल समाज प्रदेश अध्यक्ष गणेश यादव हुए सम्मिलित.
जशपुर. 8 अप्रैल 2025 : जिले के कांसाबेल तहसील क्षेत्र के गरियादोहर में रामनवमी महोत्सव के अवसर पर आयोजित अष्ट प्रहरी हरि कीर्तन का मंगलवार को धूमधाम से समापन हुआ। इस धार्मिक आयोजन ने नगरवासियों के बीच आस्था और भक्ति का अनूठा दृश्य प्रस्तुत किया। अष्ट प्रहरी हरि कीर्तन में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु तथा कीर्तन मंडलियाँ सम्मिलित हुईं और इस कार्यक्रम ने धार्मिक वातावरण को और भी उल्लासपूर्ण बना दिया।
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से प्रदेश की मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय, बजरंग दल के जिलाध्यक्ष विजय आदित्य सिंह जूदेव और महाकुल समाज के प्रदेश अध्यक्ष गणेश यादव ने प्रमुख रूप से भाग लिया। उनके साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस आयोजन का भरपूर आनंद लिया और धर्म में अपनी आस्था प्रकट की।

अष्ट प्रहरी हरि कीर्तन का आयोजन –
इस वर्ष की रामनवमी पर आयोजित अष्ट प्रहरी हरि कीर्तन में विशेष आकर्षण झारखंड और ओडिशा की कीर्तन मंडलियाँ, केकईकन पाली, केन्दूडीह, ठाकुर मुंडा, टिकलीपारा सहित कई मंडली सम्मिलित हुईं। इन मंडलियों ने विभिन्न, कीर्तनों और धार्मिक गीतों के माध्यम से हरे कृष्ण हरे राम की महिमा का गुणगान किया, जिससे पूरा वातावरण भक्ति में रंगा रहा। कार्यक्रम के दौरान हज़ारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और प्रभु श्रीराम के गीतों के साथ मंत्रमुग्ध हो कर कीर्तन किया।
महाआरती और समापन समारोह के साथ हुआ दधीभंजन, महाप्रसाद का वितरण –
कार्यक्रम के समापन के दिन विशेष महाआरती का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री श्रीमती कौशल्या साय, विजय आदित्य सिंह जूदेव और गणेश यादव सहित अन्य धार्मिक प्रमुखों ने श्री कृष्ण राधा, श्रीराम की पूजा अर्चना की। महाआरती के बाद, समापन समारोह के पूर्व दधीभंजन किया गया, इसके बाद श्रद्धालुओं ने एक साथ मिल कर महाप्रसाद ग्रहण किया। समापन समारोह के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और दूर-दराज से आए श्रद्धालु उपस्थित रहे। अष्ट प्रहरी कीर्तन ने न केवल गरियादोहर में बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी धार्मिक वातावरण को और भी गहरा कर दिया। गरियादोहर में आयोजित अष्ट प्रहरी हरि कीर्तन का यह आयोजन ना केवल धार्मिक आस्थाओं का प्रतीक बनकर उभरा, बल्कि क्षेत्रीय एकता और सांस्कृतिक धरोहर को भी संजीवनी दी। रामनवमी के इस शुभ अवसर पर आयोजित इस आयोजन ने नगरवासियों के दिलों में श्री कृष्ण राधा, श्रीराम के प्रति आस्था और श्रद्धा को और भी प्रगाढ़ किया।