कुनकुरी, 18 मार्च 2025: आज कुनकुरी नगर पंचायत में उपाध्यक्ष पद के लिए बहुप्रतीक्षित चुनाव संपन्न होने जा रहा है। यह चुनाव नगर की राजनैतिक दिशा को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रशासन द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार, सुबह 11:00 बजे से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी, जिसके बाद पूरे दिन चुनावी गतिविधियाँ तेज रहेंगी।
संख्या बल के आधार पर उपाध्यक्ष पद के लिये दोनों दलों के पास 8-8 की संख्या में समान रूप से मतदान के लिये अध्यक्ष सहित पार्षदों की संख्या होने से मुकाबला संघर्षपूर्ण होने की प्रबल संभावना है। अपने ही दल में एक से अधिक दावेदार होने की स्थिति से दोनो राजनैतिक दल कैसे निपटते है यह देखने वाली बात होगी। नगर में इस मतदान प्रकिया के प्रारंभ होने की प्रतिक्षा की जा रही है।
नामांकन से लेकर मतदान तक की प्रक्रिया
सुबह 11:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक इच्छुक प्रत्याशी अपना नाम निर्देशन पत्र विहित प्राधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। इसके तुरंत बाद, 12:00 बजे से 12:30 बजे तक नामांकन पत्रों की सूक्ष्म जांच होगी और यदि किसी नामांकन पर कोई आपत्ति होती है, तो उसका निपटारा भी इसी समय के दौरान किया जाएगा।
दोपहर 12:30 बजे से 12:45 बजे तक प्रत्याशियों को अपने नाम वापस लेने का अवसर मिलेगा। इसके बाद 12:45 बजे से 1:30 बजे तक अंतिम रूप से वैध प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। यदि इस प्रक्रिया में केवल एक प्रत्याशी वैध पाया जाता है, तो उसे दोपहर 1:45 बजे निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा।
कड़ा मुकाबला होने की संभावना
हालांकि, यदि एक से अधिक प्रत्याशी मैदान में डटे रहते हैं, तो दोपहर 2:00 बजे से 2:45 बजे तक मतदान होगा। इसके तुरंत बाद मतगणना शुरू होगी और नतीजे घोषित किए जाएंगे।
नगर पंचायत में इस चुनाव को लेकर राजनैतिक हलचल देखा जा रही है। दोनों राजनैतिक दलों द्वारा अपने-अपने समर्थकों को लामबंद किया जा रहा है, जिससे यह मुकाबला रोचक होने की उम्मीद है। नगर के विकास और प्रशासनिक निर्णयों में उपाध्यक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसलिए जनता भी इस चुनाव को लेकर उत्सुक है।
राजनीतिक समीकरण और संभावित असर
कुनकुरी की राजनीति में यह चुनाव नया समीकरण गढ़ सकता है। दोनों दलों के बीच खींचतान और रणनीतिक दांव-पेंच चरम पर हैं। सूत्रों के मुताबिक, कुछ बड़े राजनैतिक चेहरे अपने पसंदीदा प्रत्याशी के समर्थन में जुटे हुए हैं, जिससे यह चुनाव केवल नगर पंचायत तक सीमित न रहकर बड़े राजनैतिक परिप्रेक्ष्य में भी महत्वपूर्ण बन गया है।
अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या कोई प्रत्याशी निर्विरोध विजयी होता है या फिर कड़ा मुकाबला देखने को मिलता है। नगर के विकास और प्रशासनिक निर्णयों पर इस चुनाव के परिणाम का सीधा प्रभाव पड़ेगा।