जल संकट के साथ बिजली और आवास पट्टा पर बड़ा कदम!
कुनकुरी, 28 फरवरी 2025 : कुनकुरी नगर में बुनियादी सुविधाओं की कमी के चलते नागरिकों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में, पेयजल संकट, विद्युत आपूर्ति की बदहाल स्थिति और आवास पट्टा से जुड़ी समस्याएँ प्रमुख रूप से सामने आई हैं। नवनिर्वाचित नगर पंचायत अध्यक्ष विनयशील ने इन चुनौतियों को गंभीरता से लेते हुए त्वरित समाधान निकालने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए हैं। उनका उद्देश्य कुनकुरी को एक सुव्यवस्थित और सुविधा-संपन्न नगर बनाना है, जहाँ नागरिकों को मूलभूत सुविधाएँ सुचारू रूप से उपलब्ध हो सकें।
नगर में विगत कुछ दिनों से चल रही पेयजल समस्या का संज्ञान लेते हुए नवनिर्वाचित नगर पंचायत अध्यक्ष विनयशील ने तत्परता दिखाते हुए जमीनी स्तर पर कार्रवाई कर त्वरित समाधान निकाला। नगर के आधे से भी अधिक क्षेत्र को जल आपूर्ति करने वाले ढोढ़ीडांड नदी पर बने इंटेक वेल के खराब पंप को तुरंत मरम्मत कराकर आपूर्ति पुनः प्रारंभ कराई। इसके चलते आज शाम से नगर के आधे हिस्से में जल संकट दूर हो जाएगा।
हालांकि, दीर्घकालिक समाधान के लिए नए पंप मोटर और जैक वाल की आवश्यकता होगी, जिसके लिए अध्यक्ष विनयशील ने सीएमओ को तत्काल आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नगरवासियों को निर्बाध जल आपूर्ति सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता है और इस दिशा में शीघ्र ही स्थायी समाधान निकाला जाएगा।
नगर की विद्युत समस्या पर भी तत्परता
जनसम्पर्क अभियान के दौरान अध्यक्ष विनयशील को नगर की दूसरी बड़ी समस्या का भी सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि कुनकुरी के कुछ हिस्सों में गंभीर रूप से विद्युत व्यवस्था की कमी है। स्थानीय नागरिकों ने उनसे कहा, “बाबू, तोहके तो जिताए देली, अब हमर यहाँ बिजली का खंबा तो लगवाई दे।”
कई क्षेत्रों में लकड़ी के खूँटे लगाकर अस्थायी रूप से बिजली का संचालन किया जा रहा है, जिससे नगर के बड़े हिस्से में अंधेरा पसरा हुआ है। वहाँ न हाई मास्क लाइटें हैं, न ही पर्याप्त बिजली के खंभे। उन्होंने इस समस्या के समाधान हेतु संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर जल्द ही व्यवस्था सुधारने की बात कही।
आवास पट्टा – नगरवासियों की प्रमुख मांग
नगरवासियों से संपर्क के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि आवास पट्टा की समस्या भी एक प्रमुख मुद्दा बनी हुई है। पट्टा मिलने से नागरिकों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल सकेगा, लेकिन इसकी अनुपलब्धता के कारण कई बस्तियों में लोग झुग्गी-झोपड़ी और अस्थायी खपरैल मकानों में रहने को मजबूर हैं।
ब्लॉक ऑफिस कॉलोनी के निवासियों ने बताया कि उन्होंने अपने पट्टे के लिए सभी दस्तावेज जमा कर शुल्क भी अदा कर दिया था, लेकिन सरकार बदलने के बाद प्रक्रिया ठप हो गई। अब वर्तमान सरकार की नीति को समझते हुए, नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि रुके हुए कार्यों को पुनः प्रारंभ कर, नगरवासियों को उनके आवासीय पट्टे दिलवाने का प्रयास किया जाएगा।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान भूपेश बघेल की अगुवाई में राजीव गांधी आश्रय योजना और एक भू-स्वामी योजना शुरू की गई थी, जिससे लोगों को आवास का अधिकार मिलना प्रारंभ हुआ था। कुनकुरी में मुख्य रूप से तीन प्रकार की भूमि पर लोग निवास कर रहे हैं – आबादी, नजूल और राजस्व भूमि; छोटे झाड़ वाले वन क्षेत्र; और बड़े झाड़ों वाले जंगल क्षेत्र, जहाँ नगर की बड़ी बस्तियाँ स्थित हैं।
बीजेपी ने भी अपने चुनावी वादों में पट्टा देने का आश्वासन दिया था। इस दिशा में कार्य करने के लिए शपथ ग्रहण के पश्चात अध्यक्ष विनयशील ने संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर विस्तृत कार्य योजना बनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार से समन्वय स्थापित कर कुनकुरी के लोगों को पट्टा दिलाने की प्रक्रिया को गति दी जाएगी ताकि वे आवास योजना का लाभ प्राप्त कर सकें, उनका जीवन स्तर बेहतर हो और उनके घर सुरक्षित हो जाएँ।
नगरीय विकास के लिए निरंतर प्रयास
नगर पंचायत अध्यक्ष विनयशील ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल समस्याओं को सुनना नहीं, बल्कि उन्हें हल करना है। कुनकुरी को एक सुविधा-संपन्न नगर बनाने के लिए वह निरंतर जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं, नागरिकों से मुलाकात कर रहे हैं और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। नगरवासियों को विश्वास है कि उनकी नई नगर पंचायत प्रशासन के नेतृत्व में कुनकुरी की तस्वीर बदलेगी और विकास की नई इबारत लिखी जाएगी।