थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर की गई सख्त वैधानिक कार्यवाही.
आरोपी के कब्जे से 16 नग रॉयल स्टैग का अद्दी अवैध अंग्रेजी शराब प्रत्येक में 375 एम.एल., कुल कीमत लगभग 8000/- रुपये एवं घटना में प्रयुक्त कार की गई बरामद.
नशीले पदार्थो के अवैध खरीद फरोख्त में सम्मिलित आरोपियों पर लगातार अभियान चलाकर की जा रही कार्यवाही.
अंबिकापुर. 12 फरवरी 2025 : सरगुजा पुलिस द्वारा अवैध शराब बिक्री के मामलो में संदेहियों/आरोपियों पर लगातार सख़्ती से कार्यवाही कर आरोपियों की धरपकड़ की जा रही हैं। इसी क्रम में प्रकरण के संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले का विवरण इस प्रकार हैं कि घटना दिनांक 11 फरवरी 2025 को थाना कोतवाली पुलिस टीम को पेट्रोलिंग के दौरान मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि गुदरी चौक अम्बिकापुर निवासी गगन उर्फ़ रसप्रीत सिंह अपने कार में अवैध अंग्रेजी शराब रखकर बिक्री करने हेतु नया बस स्टैंड के पास ग्राहक का इंतजार कर रहा हैं। इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल मौक़े पर पहुंचकर देखा गया।
मौक़े पर एक व्यक्ति अपने कार क्रमांक सीजी/15/बी/9035 में बैठा हुआ मिला। जिससे नाम पता पूछने पर अपना नाम गगन उर्फ़ रसप्रीत सिंह आत्मज हरजीत सिंह उम्र 30 वर्ष साकिन गुदरी चौक अम्बिकापुर का होना बताया, संदेही से अवैध अंग्रेजी शराब बिक्री हेतु रखने एवं परिवहन करने के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर अपने कार के पीछे सीट में एक बैग में अवैध अंग्रेजी शराब रखना बताया, पुलिस टीम द्वारा बैग को खोलकर देखने पर 16 नग रॉयल स्टैग का अद्दी अवैध अंग्रेजी शराब प्रत्येक में 375 एम.एल., कुल मात्रा 06 लीटर कीमत जप्त मशरुका लगभग 8000/- रुपये का मिला।

आरोपी को उक्त शराब रखने, बिकी करने व परिवहन करने के सबंध में नोटिस देकर वैध दस्तावेज मौके पर चाहा गया, आरोपी मौके पर उक्त शराब रखने, बिकी हेतु परिवहन करने के संबंध में कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं किया, आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त कार क्रमाक सीजी/15/बी/9035 जप्त किया गया हैं, आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 90/25 धारा 34(2) आबकारी एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया हैं।
इस प्रकरण की सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष सिंह परिहार, प्रधान आरक्षक शत्रुधन सिंह, प्रधान आरक्षक छत्रपाल सिंह, आरक्षक लालबाबू सिंह, आरक्षक लालभुवन सिंह सक्रिय रहे।