ग्रीष्मकाल में बढ़ जाता है विद्यमान प्रणाली पर लोड, आगामी फसल-चक्र तक किसानों को वोल्टेज की समस्या न हो कर, उन्हें गुणवत्तापूर्ण बिजली प्रदान करने का है लक्ष्य.
रायपुर / छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी प्रदेश में किसानों को गुणवत्तापूर्ण एवं निर्बाध विद्युत की आपूर्ति के लिए अपनी पारेषण क्षमता में निरंतर वृ़द्धि कर रही है। इस कड़ी में राजिम स्थित विद्यमान 132 के.व्ही. उपकेन्द्र का 220 के.व्ही. में उन्नयन किया जा रहा है। इसकी लागत लगभग 82 करोड़ रुपए है, जिसमें 35 कि.मी. लंबी 220 के.व्ही. डबल सर्किट लाईन का निर्माण भी सम्मिलित है। विभागीय अमले में निर्माण कार्य की दक्षता कायम रखने इस उपकेन्द्र के उन्नयन का कार्य लेबर कांट्रेक्ट पर कंपनी के इंजीनियरों के निर्देशन में किया जा रहा है।
प्रबंध निदेशक श्री शुक्ला ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश एवं पॉवर कंपनी के अध्यक्ष श्री पी.दयानंद के कुशल नेतृत्व में ट्रांसमिशन कंपनी पारेषण प्रणाली की दक्षता पर विशेष ध्यान दे रही है एवं लक्ष्य तय कर उसके अनुरूप अन्त:राज्यीय विद्युत अधोसंरचना का विकास निरंतर किया जा रहा है। राजिम एवं आसपास के क्षेत्र के लिए वर्तमान में विद्युत की आपूर्ति क्रमशः 220 के.व्ही. उपकेन्द्र गुरूर (बालोद), परसवानी (महासमुंद) एवं सरायपाली से जारी है, जिसमें ग्रीष्मकाल में लोड में वृद्धि हो जाती है। अतः राजिम में निर्माणाधीन 220 के.व्ही. उपकेन्द्र का कार्य आगामी ग्रीष्म ऋतु के पूर्व पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस उपकेन्द्र के लिए दोनों ट्रांसफॉर्मर राजिम आ गये हैं।
ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री राजेश कुमार शुक्ला ने वरिष्ठ अभियंताओं के साथ इस कार्य का अवलोकन किया एवं कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए इस उपकेन्द्र को आगामी ग्रीष्मकाल के पूर्व उर्जीकृत करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किये ताकि आगामी फसल-चक्र तक किसानों को वोल्टेज की समस्या उत्पन्न न हो एवं उन्हें गुणवत्तापूर्ण बिजली प्राप्त हो सके।
राजिम में ट्रांसमिशन कंपनी का 132 के.व्ही. उपकेन्द्र वर्ष 2003 से क्रियाशील है। इस उपकेन्द्र के साथ लगी रिक्त भूमि पर 220 के.व्ही. उपकेन्द्र का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 160 एम.व्ही.ए. के दो ट्रांसफॉर्मर स्थापित हो सकेंगे। इस उपकेन्द्र के लिए 220 के.व्ही. डबल सर्किट लाईन का कार्य भी जारी है।
इस अवसर पर एम.डी. श्री शुक्ला के साथ कार्यपालक निदेशक सर्वश्री के.एस.मनोठिया, आर.सी. अग्रवाल, डी.के. तुली, जी. आनंद राव, अति. मुख्य अभियंता चंद्रकला गिडवानी, अधीक्षण अभियंता व्ही.ए.देशमुख, राजेंद्र राठौर, आर.के.तिवारी, करूणेश यादव, यू.आर.मिर्चे, कार्यपालन अभियंता प्रत्युष अग्रवाल, शिव कुमार गुप्ता, दीपक आहार, उमाकांत यादव एवं सहायक अभियंता प्रोबल मित्रा उपस्थित थे।